हिन्दू धर्म में शिष्यों के लिए गुरु महत्व प्राचीन काल से चल आ रहा है। जिसका पालन हर उम्र के शिष्य कर रहे हैं। यह तक की हिन्दू के आराध्य देवी देवता ने भी अपने गुरु की सेवा कर उनका आशीर्वाद लिया है। गुरु पूर्णिमा हर वर्ष हिन्दू कलेंडर के आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस पूर्णिमा के दिन ही महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था महर्षि वेदव्यास को ही सबसे पहले चारों वेदों का ज्ञाता माना जाता है कहा जाता है कि उन्होंने ही सर्वप्रथम चारों वेदों का ज्ञान मानव जाति को प्रदान किया था यही कारण है कि महर्षि वेदव्यास को प्रथम गुरु की उपाधि प्राप्त है इसलिए उनके सम्मान में आषाढ़ मास की पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है
इस वर्ष गुरु पूर्णिमा का पर्व आज यानी 3 जुलाई 2023 दिन सोमवार को हर जगह बड़े ही हर्ष उल्लास मनाया जा रहा है।
ये भी पढ़ें :-
- कमलनाथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मुख्यमंत्री शिवराज पर साधा जमकर निशाना, कहा- शिवराज को झूठ बोलने में माहिर है।
- कीचड़ वाली सड़कों से स्कूल जाते बच्चों का वीडियो सोशल मीडिया में ट्यूट कर बरगी विधायक संजय यादव ने सरकार को घेरा
- महाराष्ट्र में बड़ा खेला भतीजे एनसीपी से ले उड़े 40 विधायक अजीत पवार बने डिप्टी सीएम, 9 MLA बनाए गए मंत्री