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दिल्ली में पहलवानों के धरने को कांग्रेस के समर्थन देने पर बोली राज्यसभा सांसद सुमित्रा बाल्मीक

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों को मध्यप्रदेश कांग्रेस ने समर्थन देने का ऐलान किया है,पहलवानों को समर्थन देने के कांग्रेस के ऐलान के साथ ही मध्यप्रदेश में आरोप प्रत्यारोप की कुश्ती शुरू हो गई है।

दिल्ली जाकर पहलवानों को कांग्रेस के समर्थन देने की बात पर राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मीकि ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला सांसद सुमित्रा वाल्मीकि ने कहा कि आंदोलन को हाइजैक करना और आंदोलन में जहर घोलना कांग्रेस का काम है,क्योंकि जो बेटियां न्याय मांग रही है उस पर सरकार और मंत्री विचार कर रहे है। क्योंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। और मामले में कोर्ट का जो भी फैसला आएगा। सरकार उस फैसले का सम्मान करेगी।

सुमित्रा वाल्मिकी की माने तो कुछ लोग राजनैतिक श्रेय लेने के लिए आंदोलन में आजादी के नारे लगवा रहे है,जो नारे लगवा रहे है ये उनका षडयंत्र है। वहीं ग्वालियर में सामने आए लव जिहाद के मामले पर राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मीकि ने कहा कि जो बेटियां पढ़ाई के लिए बाहर जाती है उनके साथ इस तरह की घटनाएं ज्यादा घटती रही है। लेकिन जबसे भाजपा की सरकार आई है तब से लव जिहाद की ये घटनाएं उजागर होने लगी है। क्योंकि पूर्व में घटनाओं को दबा दिया जाता था।

लव जिहाद का विरोध करने वाली बेटियों की आवाज़ को दबाने का काम किया जाता था,लेकिन अब ऐसे मामलों में सरकार सख्त कदम उठा रही है,इसके अलावा सांसद सुमित्रा वाल्मीकि ने जबलपुर में नर्मदा के तट गौरीघाट में धर्म विशेष के लोगो पर हिंदूवादी संगठन धर्म सेना द्वारा रोक लगाने की मांग पर कहा कि हिंदू धर्म सेना ने नर्मदा तट पर धर्म विशेष पर रोक लगाने की नहीं बल्कि नर्मदा में प्रदूषण रोकने की मांग की है।

वहीं फ़िल्म द केरला स्टोरी के प्रदर्शन पर पश्चिम बंगाल में पबांदी लगाने पर सुमित्रा वाल्मीकि ने ममता बैनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में विचारों का दमन होता है,हिंदू विचारधारा और कट्टर हिंदूवादियों का गला घोंटा जाता है। क्योंकि ममता बैनर्जी हिंदुत्व की घोर विरोधी जो है।

वहीं जबलपुर में 1 जून से होने वाली पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा की आयोजको को अनुमति न दिए जाने पर कहा कि ये आयोजकों और जिला प्रशासन के बीच का मामला है। क्योंकि अनुमति की क्या शर्ते है आयोजको ने कितनी शर्ते पूरी की है,ये भी हो सकता है कि कथा में उमड़ने वाली भीड़ और पूर्व में हुए हादसों को देखते हुए सरकार,जिला प्रशासन नहीं चाहता है कि किसी भी तरह की घटना हो।

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