- टमाटर के बाद अदरक ने बढ़ाई मोदी सरकार की टेंशन
- 4 राज्यों की चुनावी रणनीति बनाने में सब्जियों के दाम बन रहे बाधक
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सत्ता गंवा चुकी भारतीय जनता पार्टी के लिए टमाटर के बाद अब अदरक टेंशन बढ़ा रहा है। टमाटर जहां 100 से 150 रुपए किलो बिक रहा है तो अदरक फुटकर रेट पर 270 से 300 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। फुटकर रेट में सब्जियों के दामों में बेतहाशा वृद्धि से केन्द्र सरकार के होश उड़े हुए हैं। फुटकर रेट में कम तादाद में आम आदमी ही सब्जियां खरीदता है।
शहडोल में पीएम का चेहरा उतरा नजर आया
मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में शनिवार को पीएम मोदी का चेहरा देखने लायक था। जनजातीय वर्ग के लिए आयोजित समारोह में मोदी को भाषण देते समय समझ नहीं आ रहा था कि आम जनता को चुनाव में अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कौन सी युक्ति सुझाई जाए। दरअसल,आम लोगों को बड़ी योजनाओं के जरिए तभी लुभाया जा सकता है जब उनके चेहरे प्रसन्न हों। सब्जियों के दामों में वृद्धि की वजह से गरीब मजदूर वर्ग तथा मध्यम वर्ग अपनी कमाई का 80 प्रतिशत सिर्फ सब्जियों में लगा रहा है ऐसे में पीएम मोदी की महंगाई को लेकर चिंता स्वाभाविक थी और उनके चेहरे में चिंता झलकती नजर आई।
4 राज्यों के चुनाव में महंगाई छाई रहेगी
इस वर्ष के अंत में देश के चार राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में भाजपा आलाकमान हर स्तर पर रणनीति बनाने में जुटा है। मगर पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दामों में वृद्धि ने भाजपा की चुनावी रणनीति में ब्रेक लगा दिए हैं। पार्टी को इस बात का अंदाजा है कि इन चारों राज्यों में महंगाई के चरम पर पहुंचने से कांग्रेस को बड़ा मुद्दा हाथ आ गया है।
दैनिक जरूरतों की वस्तुओं में महंगाई से लोगों को कांग्रेस द्वारा आसानी से भड़काया जा सकता है। नतीजतन भाजपा आलाकमान सकते में है। बता दें कि मिज़ोरम को छोड़ दें तो राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में पिछला चुनाव कांग्रेस जीती थी। मध्यप्रदेश में जोड़-तोड़ और कांग्रेस से नाराज़ ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा ज्वाइन करने के कारण भाजपा की मौजूदा सरकार है। यही वजह है कि यदि चारों राज्यों में महंगाई का मुद्दा छा गया तो भाजपा के लिए मुश्किल हो सकती है।
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