मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब आते ही सिंधिया समर्थक नेताओं की नई-नई बयानबाजी भी सामने आने लगे है डबरा से चुनाव हार चुकीं सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी ने भविष्य में चुनाव लड़ने को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा पार्टी जिसे टिकट देगी वही चुनाव लड़ेगा। साथ ही दावा किया कि मध्य प्रदेश में हम 200 से अधिक सीटों को जीतने की कोशिश करेंगे।
ग्वालियर में अमित शाह के भाषण के बाद बदले सुर
ग्वालियर में आयोजित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में गृहमंत्री अमित शाह के उद्बोधन सुनने के बाद सिंधिया समर्थक पूर्व मंत्री इमरती देवी के भी सुर बदले नजर आए। पूर्व मंत्री इमरती देवी ने कहा कि डबरा में जिस पार्टी टिकट देगी, वहीं चुनाव लड़ेगा और उसे जीत कर लेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने डेढ़ सौ सीट जीतने का लक्ष्य रखा है, लेकिन 200 सीटों पर विजय हासिल करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, वह किसी के व्यक्तिगत समर्थक नहीं हैं। सिंधिया समर्थक नेता लगातार बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
इस बयान पर इमरती देवी ने गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने खुद के चुनाव लड़ने को लेकर भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया.इमरती देवी ने कहा कि जिसे पार्टी टिकट देगी, वही चुनाव लड़ेगा और जीतेगा।
इमरती देवी अपने बयानों को लेकर रहती है सुर्खियों में
इमरती देवी कई बार अपने बयानों से सुर्खियों में रह चुकी हैं। उन्होंने कई बार मंच से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में उन्हें मुख्यमंत्री बोल कर संबोधित कर दिया है। इसके अलावा वे अपने विधानसभा क्षेत्र में भी कई बार बयानों के कारण विवाद और सुर्खियों में रह चुकी हैं।
साल 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर इमरती देवी बीजेपी में शामिल हो गई थी। इसके बाद उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और 7000 वोटो से साल 2020 में हार गई। चुनाव होने के बाद भी उन्होंने बयान देते हुए कहा कि डबरा सीट शुरू से ही कांग्रेस की है। उनके द्वारा किए गए कार्यों की वजह से कांग्रेस के प्रत्याशी को जीत हासिल हुई।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा लड़ते थे कभी डबरा से चुनाव
डबरा सीट की पहचान ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के चुनाव लड़ने की वजह से पूरे प्रदेश की राजनीति में खूब छाई रही.साल 2018 में यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दी गई थी। इसके बाद नरोत्तम मिश्रा दतिया से चुनाव लड़ने लगे.डबरा सीट शुरू से ही कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। यहां पर नरोत्तम मिश्रा अपने चुनावी मैनेजमेंट से तीन बार मामूली अंतर से चुनाव जीत चुके हैं।
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