मध्यप्रदेश के जिला दमोह में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को होश में लाने के लिए एक अनोखा विरोध दर्ज करवाया। जहां कुछ हताश युवा मंगलवार को भैंस लेकर पहुंचे कलेक्ट्रेट पहुंचे। युवाओं ने लंपी वायरस से सुरक्षा और गौशालाओं में हो रही अनियमितताओं को लेकर निष्पक्ष जांच की मांग की।
दरअसल, हुआ यूं कि शहर के युवा मंगलवार को कलेक्ट्रेट में विरोध जताने के लिए एक भैंस लेकर पहुंचे। युवाओं ने कहा कि बड़े पैमाने पर गोवंश की हत्या की जा रही है, जिसे प्रशासन रोकने में नाकाम है। साथ ही दमोह में मवेशियों को लंपी वायरस ने जकड़ लिया है, जिससे कई मवेशियों की मौत हो रही है। मवेशियों को बचाने के लिए पशु चिकित्सा विभाग कोई प्रयास नहीं कर रहा है। इसके अलावा दमोह जिले में संचालित गौशालाओं में हो रही अनियमितताओं की भी जांच होनी चाहिए।
ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे युवा नित्या प्यासी ने बताया कि पशु चिकित्सा विभाग भैंस की तरह सो रहा है, इसलिए वह प्रतीकात्मक भैंस लेकर यहां पहुंचे हैं, ताकि प्रशासन को चेताया जा सके। विभाग को अपना काम करना चाहिए। यदि उनकी मांगों पर कोई एक्शन नहीं लेता है तो दो दिन बाद दमोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आ रहे हैं, तो उनके सामने यह सारी खामियां रखेंगे। कलेक्टर के नाम इन युवाओं ने आवेदन दिया और नारेबाजी की।
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