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महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि की प्रेरणा से प्रदेश की गोशालाओं में हुआ गोपूजन, कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की भी स्थापना

सागर। मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संवद्र्धन बोर्ड की कार्य परिषद् के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने सागर शहर के निकट रतौना स्थित दयोदय गो सेवा केंद्र की गोशाला में गोपूजन एवं गोमाताओं की आरती की। सागर और पूरे मध्यप्रदेश में गो रक्षा कमांडो फोर्स के संगठन प्रमुख गोपुत्र सूरज सोनी के द्वारा आयोजित होटल मेजेस्टिक में गोपाष्टमी के पावन पर्व पर गोपूजन एवं गोमाता की आरती कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के लगभग बीस जिलों से आये गोरक्षा कमांडो फोर्स एवं धर्म रक्षा संगठन के लगभग 500 प्रमुख कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह हुआ। इस अवसर पर आयोजित गो संगोष्ठी में भी उन्होंने भाग लिया।

महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि की प्रेरणा से            महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि की प्रेरणा से

गोसंवद्र्धन बोर्ड की कार्यपरिषद् के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने प्रदेश के गो भक्त नागरिकों से अपील की कि आज से गोग्रास निकालने हेतु हम सभी दृढ़प्रतिज्ञ हों। भोजन करने से पूर्व प्रतिदिन हम अपने गुल्लक में गोग्रास के निमित्त 10 रुपये डालें। यह संकलित राशि एक वर्ष में 3650 रूपए होगी। इसे हम आगामी गोपाष्टमी के दिन गोशालाओं में समर्पित करें।
सागर स्थित डाँ.श्री हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भी स्वामीश्री आखिलेश्वरानंद गिरि ने भाग लिया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में भारत शासन के मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के केंद्रीय केबिनेट मंत्री परसोत्तम रूपाला ने भाग लिया। डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शान्तिलाल जानी, कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, डॉ. बल्लभभाई कथीरिया सहित विधायक शैलेन्द्र जैन, सांसद राजबहादुर सिंह आदि की उपस्थिति में कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की स्थापना की गई। इस आयोजन की अध्यक्षता स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने की। उन्होंने गोपाष्टमी के पावन अवसर पर गोग्रास निकालने की भारतीय परम्परा को लुप्त और सुप्त होने से बचाने का आह्वान किया। उन्होंने नवाचार विधि से प्रत्येक नागरिकों से अपील की कि गोग्रास के निमित्त हम प्रतिदिन 10 रूपए गोमाता को समर्पित करें।
महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि की प्रेरणा से प्रदेश की गोशालाओं में हुआ गोपूजन, कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की भी स्थापना
सागर। मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संवद्र्धन बोर्ड की कार्य परिषद् के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने सागर शहर के निकट रतौना स्थित दयोदय गो सेवा केंद्र की गोशाला में गोपूजन एवं गोमाताओं की आरती की। सागर और पूरे मध्यप्रदेश में गो रक्षा कमांडो फोर्स के संगठन प्रमुख गोपुत्र सूरज सोनी के द्वारा आयोजित होटल मेजेस्टिक में गोपाष्टमी के पावन पर्व पर गोपूजन एवं गोमाता की आरती कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के लगभग बीस जिलों से आये गोरक्षा कमांडो फोर्स एवं धर्म रक्षा संगठन के लगभग 500 प्रमुख कार्यकर्ताओं का सम्मान समारोह हुआ। इस अवसर पर आयोजित गो संगोष्ठी में भी उन्होंने भाग लिया।
गोसंवद्र्धन बोर्ड की कार्यपरिषद् के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने प्रदेश के गो भक्त नागरिकों से अपील की कि आज से गोग्रास निकालने हेतु हम सभी दृढ़प्रतिज्ञ हों। भोजन करने से पूर्व प्रतिदिन हम अपने गुल्लक में गोग्रास के निमित्त 10 रुपये डालें। यह संकलित राशि एक वर्ष में 3650 रूपए होगी। इसे हम आगामी गोपाष्टमी के दिन गोशालाओं में समर्पित करें।

 

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सागर स्थित डाँ.श्री हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भी स्वामीश्री आखिलेश्वरानंद गिरि ने भाग लिया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में भारत शासन के मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के केंद्रीय केबिनेट मंत्री परसोत्तम रूपाला ने भाग लिया। डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शान्तिलाल जानी, कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, डॉ. बल्लभभाई कथीरिया सहित विधायक शैलेन्द्र जैन, सांसद राजबहादुर सिंह आदि की उपस्थिति में कामधेनु अध्ययन एवं शोध पीठ की स्थापना की गई। इस आयोजन की अध्यक्षता स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने की। उन्होंने गोपाष्टमी के पावन अवसर पर गोग्रास निकालने की भारतीय परम्परा को लुप्त और सुप्त होने से बचाने का आह्वान किया। उन्होंने नवाचार विधि से प्रत्येक नागरिकों से अपील की कि गोग्रास के निमित्त हम प्रतिदिन 10 रूपए गोमाता को समर्पित करें।

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