Homeमध्यप्रदेशक्या राहुल गांधी 2024 का चुनाव लड़ पाएंगे ?

क्या राहुल गांधी 2024 का चुनाव लड़ पाएंगे ?

  • लिली थामस केस ही सुप्रीम कोर्ट में कर सकता है मदद
  • कोर्ट परिसर में कांग्रेसियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी ने घेरा

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम मानहानि केस में गुजरात हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी आलाकमान इस बात को लेकर चिंतित है कि राहुल की लोकसभा सदस्यता कैसे बहाल की जाए।ताकि राहुल को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव लड़ने का मौका मिल सके। इसके लिए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी जैसे चोटी के वकील 2003 में लाए गए जनप्रतिनिधित्व कानून और इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व में दिए गए फैसलों को खंगाला जा रहा है और कोशिश की जा रही है कि राहुल के राजनीतिक भविष्य को बचाने के लिए कोई संजीवनी बूटी मिल जाए।

इस बीच भाजपा ने कांग्रेसियों द्वारा सूरत हाईकोर्ट परिसर में राहुल के समर्थन में की गई नारेबाजी और कोर्ट के आदेश में षड़यंत्र होने जैसी बयानबाजी को मुद्दा बना लिया है। भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस को इस बात का जवाब देना होगा कि वह किस अधिकार अथवा आधार पर कोर्ट के फैसले पर षड़यंत्र होने की बात कर रही है। कोर्ट में नारेबाजी करने को भाजपा ने न केवल कोर्ट का अपमान बताया है बल्कि अदालत की अवमानना कहा है।

लिली थामस केस का सहारा

कानूनी विशेषज्ञों के मुताबिक राहुल की सदस्यता बहाल करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ही अब मदद कर सकता है। इसके लिए लिली थामस केस का भी उल्लेख किया जा सकता है। जिसके तहत थामस ने जनप्रतिनिधित्व कानून को चुनौती दी थी और 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर आदेश जारी किया था। लेकिन यह तभी संभव होगा जब शीर्ष अदालत राहुल की सजा को निलंबित कर दे।

क्या हुआ था थामस केस में

सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता रहीं लिली थामस ने शीर्ष अदालत में 2003 में लाए गए जनप्रतिनिधित्व कानून 1952 को चुनौती दी थी। इस केस में सेक्शन 8(4) को असंवैधानिक घोषित करने की मांग की गई थी। इस सेक्शन में प्रावधान था कि सजा होने के बावजूद सदस्यता बरकरार रहेगी।

इस केस पर थामस के पक्ष में निर्णय देते हुए 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि 2 वर्ष या उससे अधिक की सजा होने पर सदस्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त हो जाएगी। राहुल को भी कोर्ट ने 2 साल की सजा बरकरार रखी है। संभवतः इसी में से कोई महत्वपूर्ण कड़ी ढूंढने में क़ानून विशेषज्ञ जुटे हुए हैं

ये भी पढ़ें :- 

 

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments