ये कैसा विकास.. पक्की नाली बनाई फिर भी कीचड़-गंदगी से पटी है सडक़
30 साल से बदहाल शहपुरा जनपद की ग्राम पंचायत बिजौरी पंचायत के जिम्मेदारों कुंभकर्णी नींद में
जबलपुर (गजेंद्र सिंग सेंगर)। पंचायत विकास की बात तो खूब होती है, लाखों-करोड़ों रूपए खर्च किए जाते हैं, बावजूद पंचायतों की स्थिति बदतर बनी हुई है। शहपुरा जनपद की ग्राम पंचायत बिजौरी के हाल भी कुछ ऐसे ही हैं। 30 साल से इस पंचायत में रहने वाले ग्रामीण घरों से निकलने वाले गंदे पानी से परेशान हैं। बिजौरी-सगड़ा सहित अन्य गांवों में पक्की नाली तो बनवा दी गई लेकिन उससे पानी बहने की वजाय सडक़ों पर बह रहा है। इसका कारण नाली निर्माण सही ढंग से नहीं होना बताया जा रहा है। हैरत की बात तो यह है कि सरपंच-सचिव से समस्याएं बताने पर भी वे गहरी नींद में सोए हुए हैं।
कोई सुनने वाला नहीं
30 सालों से बदहाली में जी रहे ग्रामीणों ने इस समस्या की शिकायत ग्राम पंचायत सचिव से लेकर सचिव और जनपद अधिकारियों तक की, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों की मानें तो ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच की लापरवाही के कारण ही पंचायत में गंदगी फैली हुई है। समय-समय पर ये जिम्मेदार अगर पंचायत में साफ-सफाई पर ध्यान देते तो ये स्थिति नहीं होती।
गर्मी-ठंड में भी बरसात का नजारा
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत और गांवों में गर्मी हो या ठंड.. हमेशा बरसात का नजारा रहता है। गंदगी से पंचायत पटी पड़ी हुई लेकिन इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है। ग्रामीण अगर पंचायत सरपंच और सचिव से साफ-सफाई की बात करते हैं इनके द्वारा एक-दो दिन में सफाई कराने की बात कही जाती है लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी पंचायत में सफाई नहीं होती है।
कहां जाता है सफाई का पैसा
ग्रामीणों ने बताया कि हर साल पंचायत में गांवों को स्वच्छ रखने के लिए बजट आता है यही नहीं नलजल योजना सहित बाजार बैठकी का पैसा भी पंचायत के पास रहता है। बावजूद पंचायत को स्वच्छ नहीं रखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांवों में गंदगी होने से बीमारियां फैल रही है, लोग बीमार हो रहे हैं, लेकिन सरपंच-सचिव को उनसे कोई लेना-देना नहीं है।