सस्ती शराब के लिए अप्रैल तक का इंतजार.. लेकिन सर्दी में राजनीति गर्म
जबलपुर। प्रदेश सरकार ने शराब के दामों में 20 प्रतिशत तक की कमी कर दी है। यानि कि जो शराब की बोतल 100 रूपए में मिलती थी, वह अब 80 रूपए में मिलेगी। यह खबर उनके लिए खुशियों भरी हो सकती है, जो कि ज्यादा शराब पीते हैं। यानि कि अब उन्हें रूपयों की बचत होगी। लेकिन इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। प्रदेश सरकार ने भले ही शराब सस्ती कर दी है, लेकिन नई दुकान नहीं खोलने का भी ऐलान कर दिया है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हमलावर हैं। उन्होंने इसे शिवराज सरकार का शराब प्रेम करार दिया है।
कमलनाथ का यह हमला
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में अब शराब सस्ती होगी। पेट्रोल-डीजल महंगा, करों में राहत नहीं। अब एक ही दुकान से देशी-विदेशी दोनों शराबें बिक सकेंगी। सुपर बाजार, एयरपोर्ट पर शराब मिलेगी। घर में बार खोल सकेंगे। घर में ही ज्यादा शराब का स्टॉक हो सकेगा। उन्होंने ट्वीट किया कि सरकार ज्यादा से ज्यादा शराब घर-घर पहुंचाना चाहती है, ताकि सब मदहोश रहें। उन्होंने तंज कसा कि जो लोग चुनाव के समय शराबबंदी की बात किया करते थे, वह अब शराबबंदी के सबसे बड़े पक्षधर बन गए।
केंद्रीय मंत्री बोले-ये पीने और पिलाने वाले जानें
जबलपुर आए केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने प्रदेश में शराब के दामों पर कमी करने के फैसले पर कहा कि इसका उत्तर नहीं है मेरे पास। ये पीने और पिलाने वालों से पूछना पड़ेगा, मुझे तो कीमत का पता नहीं। शराब बंदी पर मामले पर उन्होंने कहा कि शराब बंद होगी तो कैसे चलेगा धंधा। इसलिए ठीक से नियम बनना चाहिए। पीएम मोदी को नेताओं के अपशब्द कहने पर केंद्रीय मंत्री फग्गनसिंह ने कहा कि ऐसे लोग मानसिकता से ग्रसित होते हैं, इसलिए बयानबाजी करते हैं। देश के प्रधानमंत्री सभी के पीएम होते हैं। ऐसे व्यक्ति के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करना अपने आप में अपराध है। ये पीएम का नहीं देश का अपमान है।