नशे में चाचा को पीटा, थाने से छूट और पेड़ की पतली डाल पर झूलती मिली लाश
जबलपुर। बेलखेड़ा से 10 किमी दूर पिपरिया कला गांव के बाहर खेत में एक व्यक्ति की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। तीन दिन पहले ही उसने चाचा से झगड़ा किया और उसे पुलिस उठा ले गई। उसे जमानत पर गांव के ही एक व्यक्ति ने छुड़ाया था। इसके बाद से उसका पता नहीं चल रहा था। उसका शव जमीन पर बैठने की मुद्रा में एक झाड़ की पतली डाली में बंधे शर्ट के फंदे के साथ मिला। पुलिस व एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को ले जाने के लिए गांव के लोग पहुंचे तो शर्ट का फंदा अपने आप खुल गया। पुलिस जहां इसे सुसाइड बता रही है, वहीं परिजन हत्या बता रहे हैं।
सरपंच का था पुत्र
बेलखेड़ा पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान भैरोघाट निवासी सरपंच शंकर सिंह लोधी के बेटे प्रह्लाद लोधी (42) के रूप में शव की पहचान हुई। तीन दिन पहले प्रह्लाद ने नशे में चाचा मूरत सिंह के नौकर बेड़ीलाल के सिर में चोट पहुंचा दी थी। चाचा मूरत की शिकायत पर बेलखेड़ा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर थाने ले गई थी। घरवालों की बजाए गांव के नवल लोधी ने उसकी जमानत कराई थी। नवल से उसकी अच्छी दोस्ती थी। हालांकि थाने से छूटने के बाद भी वह घर नहीं पहुंचा। भैरोघाट से 10 किमी दूर पिपरिया गांव में मालगुजार अनिल सिंह ठाकुर के खेत में रोसल्ले के झाड़ के पास उसकी लाश मिली।
पिपरिया गांव में है प्रह्लाद की रिश्तेदारी
प्रह्लाद लोधी की रिश्तेदारी पिपरिया गांव में है। उसकी बुआ वहां रहती हैं। लाश मिलने की खबर पाकर पहुंचे बुआ के बेटों ने शव की पहचान की और फिर प्रह्लाद के परिजनों के साथ बेलखेड़ा पुलिस को सूचना दी। बेलखेड़ा पुलिस ने एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को पीएम के लिए भिजवाया। मौके पर एएसपी शिवेश सिंह बघेल भी पहुंचे थे।
परिजनों ने कहा-हत्या हुई
प्रह्लाद के पिता शंकर सिंह लोधी और चाचा मूरत सिंह इसे हत्या बता रहे हैं। उनका दावा है कि कभी जमीन पर बैठा व्यक्ति फंदे से लटक कर जान दे सकता है। प्रह्लाद के दोनों पैर कीचड़ से जांघ तक सने हैं। फेंसिंग वाले खेत में कोई सुसाइड करने क्यों आएगा? जबकि बाहर सूखे स्थान पर कई झाड़ मौजूद हैं। प्रह्लाद के गले में शर्ट को बांध कर पतली सी डाल में फंसा दिया गया था। इसे सुसाइड दिखाने की कोशिश की गई है। घटनास्थल पहुंचे एएसपी शिवेश सिंह बघेल।
पतली सी डाल से फंदे पर कैसे लटकेगा
घटनास्थल पर प्रह्लाद का शव जिस पतली सी डाल के सहारे बैठी मुद्रा में मिली है, वो डाल उसके शरीर का वजन सह नहीं सकती थी। जमीन तक छू रही डाल के सहारे कोई कैसे लटक सकता है? प्रह्लाद खेती-किसानी का काम करता था। उसकी ससुराल दमोह में है। परिवार में पत्नी हेमलता, दो बेटियां कृष्णा व वैशाली और बेटा भूपेंद्र हैं। चारों का रो- रोकर बुरा हाल है। बेलखेड़ा टीआई विजय अंभोरे के मुताबिक पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।