मप्र में हर दिन मिल सकते हैं 20 हजार तक केस, स्कूलों में अब भी लापरवाही का आलम
जबलपुर। मध्यप्रदेश में तीसरी लहर आ चुकी है। एक ही दिन में कई गुना मरीज मिलने लगे हैं। कोरोना की नई गाइडलाइन तैयार हो गई है। शादी में अधिकतम 250 मेहमान ही शामिल होंगे। शव यात्रा में 50 लोगों को अनुमति रहेगी। बड़े मेलों पर रोक रहेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की समीक्षा बैठक में इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर के कलेक्टरों से बात की। उन्होंने चारों शहरों में प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा है। स्कूल 50 प्रतिशत की क्षमता से चलते रहेंगे। जबकि सरकार ने स्कूलों को लेकर कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाया है। अभी की तरह ही 50 प्रतिशत की क्षमता से चलते रहेंगे। एक बच्चे को सप्ताह में तीन दिन ही बुलाया जाएगा। पेरेंट्स की अनुमति जरूरी होगी। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से क्लास लगेंगी।
लापरवाही की इंतहां
लेकिन जबलपुर में तीसरी लहर के बीच लापरवाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल शहपुरा भिटौनी में बिना मास्क के बच्चे स्कूल आ रहे हैं। यहां तक कि वैक्सीनेशन कैंप में भी किसी ने मास्क नहीं लगाया है। न स्कूल में टीचर सचेत हैं न ही स्वास्थ्य विभाग नियमों का पालन करा पा रहा है। ऐसे में सवाल यह है कि इन स्कूलों को कौन संभालेगा और लापरवाहियां कब खत्म होंगी।
तीसरी लहर होगी ज्यादा तेज
मध्य प्रदेश में एक दिन पहले 594 कोरोना केस मिले। लेकिन इंदौर में ही इतने केस रात में और मिले। यानि कि तीसरी लहर का आगाज हो चुका है। विशेषज्ञों की मानरें तो तीसरी लहर का पीक 25 से 30 जनवरी के बीच में रहेगा। इस दौरान प्रदेश में हर दिन 19 से 20 हजार केस प्रतिदिन आ सकते हैं। यानी यह संख्या दूसरी लहर से लगभग डेढ़ गुना ज्यादा होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना के केस बढ़ेंगे, लेकिन पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। सतर्कता बरतना जरूरी है।