ग्वालियर सेन्ट्रल जेल की डबरा उप जेल में बंद एक विचाराधीन बंदी ने अपनी बैरक में फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है जहां फासी की खबर फैलते ही जेल में हड़कम मच गया। जिसके बाद जेल प्रबंधन तत्काल बंदी को लेकर डबरा सिविल अस्पताल पहुंचा जहाँ डॉक्टर्स ने बंदी को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी लगते ही हुए हैं जहां उन्होंने कहा कि जाँच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार मृतक विचाराधीन बंदी अविनाश छीपा उर्फ गोलू एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक था इसी दौरान उस पर 15 साल की नाबालिग लड़की का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया था, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद 13 मार्च को डबरा उप जेल भेज दिया था, जहां बीती शाम उसने अपनी बैरक में चादर का फंदा बनाकर फांसी लगा लिया विचाराधीन बंदी द्वारा फांसी लगाने की घटना से पहरा दे रहा प्रहरी घबरा कर जेलर को इस घटना की सूचना दी।
जिसके बाद जेलर ने तत्काल बंदी को लेकर डबरा सिविल अस्पताल पहुंचा जहाँ डॉक्टर्स ने बंदी को मृत घोषित कर दिया। घटना के पश्चात आज शुक्रवार को ग्वालियर सेन्ट्रल जेल अधीक्षक विदित सरवैया डबरा पहुँच गए हैं जहां उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जायेगा।
ये भी पढ़ें :-
- Gwalior News: सूरत एक्सप्रेस छेड़छाड़ के विरोध में महिला और उसके साथी को ट्रेन से नीचे फेंका, तीन अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
- International Yoga Day 2023: वंदे भारत में यात्रा कर रहे यात्रियों ने योग गुरु कृष्णा मिश्रा के साथ किया योग
- Jabalpur News : विचाराधीन बंदी की संदिग्ध हालात में मौत से परिजनों ने लगाया जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप।