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कांग्रेस के इस पोस्टर पर मचा बवाल.. पहले भी दुर्गावतार व शिवभक्त के पोस्टर पर उठे थे सवाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा-सत्ता के लिए मरे जा रही कांग्रेस
भोपाल। कांग्रेस के जन्माष्टमी पर लगाए गए पोस्टर पर बवाल मच गया है। दरअसल कांग्रेस ने जन्माष्टमी पर एक पोस्टर जारी किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ को कृष्ण के अवतार में दिखाया गया, जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान को कं.. लिखा गया। इसी पोस्टर पर भाजपा भडक़ गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि ये हमारी संस्कृति नहीं है। किसी को इस रूप में दिखाया जाए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अब हम ये कहें कि कमलनाथ जी तुम कंस थे.. तो ये अच्छी बात नही है। आप पूर्व मुख्यमंत्री हैं.. जो लोग इस तरह की बात करते हैं उन्हें शर्म आना चाहिए। मध्यप्रदेश में राजनीतिक मूल्य है और कांग्रेस ने राजनीति का स्तर गिरा दिया है, राजनीतिक मूल्य खत्म कर दिए हैं। कांग्रेस सिर्फ सत्ता के लिए मरे जा रही है, लेकिन कांग्रेस कुछ भी कर ले सत्ता नहीं मिलने वाली। उन्होंने कहा कि आगामी समय में जो आप करना चाहें, करते रहिए, लेकिन भाजपा अपना काम सबके विकास के लिए सबके कल्याण के लिए कर रही है। गौरतबल है कि इससे पहले भी कांग्रेस राहुल गांधी को जनेऊधारी और शिवभक्त बताकर पोस्टर लगा चुकी है। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष को दुर्गा का अवतार बताते हुए पोस्टर भी लग चुके हैं।
कांग्रेस क्या हिंदुओं को लुभाना चाह रही
प्रदेश में कांग्रेस साफ्ट हिंदुत्व की तरफ जाना चाहती है। इसलिए प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ का प्रयास रहा है कि वे खुद को हिंदुत्ववादी दिखाएं। चाहे गौशालाओं का मुद्दा हो या फिर राम वन गमन पथ का.. कांग्रेस हमेशा यह बताती रही है कि वह हिंदुओं के हित को प्रमुखता देती है। यही वजह है कि जन्माष्टमी पर कमलनाथ को प्रतीकात्मक रूप से कृष्ण अवतार में बताया गया तो सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए कं.. लिखा गया।
सत्ता के लिए बेचैनी दिख रही साफ
जन्माष्टमी पर लगे पोस्टर में हाथ में चक्र लिए कमलनाथ को कृष्ण के प्रतीकात्मक रूप में दिखाई गया है। साथ ही पूर्व की कांग्रेस सरकार में हुए फैसलों को भी उल्लेख किया गया है। इस पोस्टर में कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में लिए गए ओबीसी को 27 फीसदी और सामान्य को 10 फीसदी आरक्षण देने का जिक्र भी किया गया है। इसके अलावा 27 लाख से ज्यादा किसानों का कर्जा माफ करने का दावा करने के साथ ही 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली देने जैसे वादों को पूरा करने की बात कही गई है। साथ ही भाजपा के राज में बढ़ी महंगाई, बेरोजगारी और महिला उत्पीडऩ बढऩे की बात भी कही गई है। सवाल यह है कि यह सब कांग्रेस को करने या दिखाने की जरूरत क्यों पड़ी। इसका सीधा सा जवाब सत्ता में वापसी की व्याकुलता है। कमलनाथ पहले ही दावा कर चुके हैं कि चुनाव हुए तो वे सत्ता में वापस आएंगे। यही वजह है कि उन्हें दिल्ली में अहम जिम्मेवारी मिलने के बाद भी वे मध्यप्रदेश को छोडऩा नहीं चाहते हैं।
भाजपा बोली-धर्म का मखौल उड़ा रही कांग्रेस
भोपाल के पीसीसी मुख्यालय में जो पोस्टर लगा है उसमें कांग्रेस प्रवक्ता शहरयार खान और स्वदेश शर्मा लगी हैं। इस मामले में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के अलावा गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस धर्म का माखौल उड़ाने का काम करती रही है। कांग्रेस ने कभी सोनिया गांधी को दुर्गा बताया तो कभी जनेऊ डालकर राहुल गांधी को शिवभक्त बताया। और अब कमलनाथ को कृष्ण के रूप में दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देवी-देवताओं के फोटो के साथ नेताओं के चित्र लगाकर इस तरीके से राजनीति करना क्या उचित है और किसी व्यक्ति को भगवान के रूप में दर्शाना आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर दिन ऐसा काम करते हैं जिससे मूल राष्ट्रवाद और हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं। कभी कमलनाथ महान भारत को बदनाम भारत कहते हैं, तो कभी कोविड वाला भारत कहकर.. देश का अपमान करते हैं।

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