पत्नी ने परेशान होकर रची पति की हत्या की साजिश, पति के दोस्त को ही दी 2 लाख की सुपारी
थाना पनागर अंतर्गत ग्राम मचला में हुई सनसनीखेज अंधी हत्या का 24 घंटे में खुलासा, मृतक की पत्नी एवं दोस्त आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर। थाना पनागर में 11-1-22 को उषा मिश्रा उम्र 34 निवासी मचला पनागर ने रिपेार्ट दर्ज करायी थी कि उसका पति नरेश कुमार मिश्रा उम्र 40 वर्ष दिनॉक 10-1-22 को लगभग शाम 7-15 बजे घर से बिना बताये कहीं चले गया है। सूचना पर गुमइंसान कायम कर जाचं में लिया गया। अगले दिन बेलखाडू रोड के किनारे खेत में एक व्यक्ति का कटा हुआ सिर पडे होने की सूचना पर थाना प्रभारी पनागर आर.के. सोनी को मिली। मृतक की शिनाख्तगी ग्राम मचला निवासी नरेश मिश्रा उम्र 40 वर्ष के रूप में हुई।
एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल श्रीमति प्रियंका किरचाम एवं एफएसएल डॉ. सुनीता तिवारी, डॉग स्क्वाड, फोटो ग्राफर मौके पर पहुंचे। धड़ की तलाश की गयी तो रोड की दूसरी तरफ लगभग 100 मीटर अंदर मृतक का धड़ मिला। आसपास काफी खून फैला हुआ था, पास ही शराब का एक खाली पाव भी पड़ा मिला है। पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि मृतक नरेश मिश्रा खेती किसानी करता था। कुछ समय पूर्व ही आधा एकड़ खेत बेचकर एक बुलेरो खरीदी थी। बुलेरो को स्वयं किराये पर चलाता था। दिनॉक 10 जनवरी को भी शाम लगभग 7 बजे बुलेरो से गॉव पहुंचा तथा बुलेरो को घर के पास ही खडी कर मेन रोड तरफ पैदल चला गया था।
ऐसे हुआ खुलासा
गठित टीम को पतासाजी के दौरान ज्ञात हुआ कि मचला गॉव का अखिलेश उर्फ अक्कू विश्वकर्मा दिनॉक 10-1-22 को मृतक नरेश कुमार मिश्रा के साथ रात 8 बजे के बाद देखा गया था। संदेही अखिलेश उर्फ अक्कू विश्वकर्मा पिता गिरजा प्रसाद विश्वकर्मा निवासी ग्राम मचला को अभिरक्षा में लेते हुये सघन पूछताछ की गयी तो अखिलेश विश्वकर्मा ने अपने दोस्त नरेश कुमार मिश्रा की फरसे से गला काट कर हत्या करना स्वीकार करते हुये बताया कि नरेश ने वर्ष 2019 में उसकी भाभी के साथ दुराचार का प्रयास किया था। तभी से वह नरेश से रंजिश रखता था। नरेश कुमार मिश्रा अपनी पत्नि उषा मिश्रा के साथ भी आये दिन शराब पीकर मारपीट करता था जिससे उषा मिश्रा भी काफी परेशान थी। नरेश मिश्रा के एक अन्य महिला से भी सम्बंध थे। नरेश की पत्नि उषा मिश्रा ने 8-10 दिन पूर्व उससे कहा कि मै अपने पति से काफी परेशान हूॅ। तुम मेरे पति को मार दो तो मैं तुम्हें 2 लाख रूपये दूंगी। उसे भी नरेश से बदला लेना था इसलिये वह तैयार हो गया। उषा ने उसे एक फरसा दिया था जिसे उसने पास रख लिया था। 10-1-22 को रात लगभग 8 बजे उसने फोन कर नरेश मिश्रा को शराब पीने के लिये श्याम मिश्रा के खेत में बुलाया। नरेश मिश्रा के आने पर दोनो ने बैठकर शराब पी, नरेश को उसने ज्याद पिलाई, जब नरेश अधिक नशे में होकर जमीन में लेट गया तो कुछ ही दूरी पर पूर्व से आम के पेड के नीचे छिपाकर रखे फरसे से 4 बार हमला करके नरेश की गर्दन काट दी। जब खून निकलना बंद हो गया तो नरेश की मुंडी उठाकर उसने सुखचैन के पीछे स्थित अशोक पटेल के खेत मे ले जाकर फेंक दिया, ताकि सुखचैन एवं सुखचैन के लडके पर पुलिस का शक जाये। क्योंकि सुखचैन नरेश से मनमुटाव रखता था। हत्या करने के बाद फरसा ले जाकर नरेश मिश्रा की बाड़ी में फेंक दिया एवं नरेश की पत्नि उषा को फोन कर बता दिया कि काम हो गया है। नरेश की पत्नि उषा मिश्रा को अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ की गयी तो पति से परेशान होकर पति के दोस्त अखिलेश विश्वकर्मा को 2 लाख रूपये देने का कहकर पत्नि की हत्या कराना स्वीकार किया। अखिलेश विश्वकर्मा की निशादेही पर घटना में प्रयुक्त फरसा एवं घटना के वक्त उपयोग में लाये गये 2 मोबाईल जप्त करते हुये प्रकरण में दोनों को विधिवत गिरफ्तार कर लिया गया। खुलासा कर आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी पनागर आर के सोनी, उप निरी अंबुज पाण्डे, उप निरीक्षक आकाशदीप साहू, सउनि ब्रम्हदत्त दुबे, सउनि संतोष पाण्डे, आरक्षक राममिलन,विनय जयसवाल, देशपाल, कुलदीप, मोनू करारे, विवेक, नरेन्द्र, महिला आरक्षक मोनिका,अभिलाषा एवं क्राईम ब्रांच जबलपुर के सउनि राम सनेही शर्मा, प्रधान आरक्षक अजीत पटेल, हरिशंकर गुप्ता, अरविंद, आरक्षक राजेश केवट की भूमिका रही।