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13 दिन तक पुलिस को छकाने के बाद उत्तर प्रदेश पकड़े गए लुटेरे

जबलपुर। तिलहरी में महाराष्ट्र बैंक एटीएम में कैश लोड करने गये कैश वैन के गार्ड की गोली मारकर हत्या एवं दो कैशियरो को गोली मारकर घायल करने वाले लुटेरे पकड़े गए हैं। कैश पेटी लूट कर भागे दोनों मोटर सायकिल सवार लुटेरे सगे भाई वाराणसी में पकड़े गये।
गिरफ्तार आरोपी 1- मनोज कुमार पाल पिता श्यामलाल पाल उम्र 28 वर्ष निवासी गांगपुर थाना रोहनिया जिला वाराणसी (उ.प्र.)
2- सुनील कुमार पाल पिता श्यामलाल पाल उम्र 28 वर्ष निवासी गांगपुर थाना रोहनिया जिला वाराणसी (उ.प्र.) जप्ती- नगद 32 लाख 98 हजार रूपये, घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिल हॉण्डा शाईन जप्त की गई है।
11-2-22 को बैंक ऑफ महाराष्ट्र तिलहरी ए.टी.एम के पास गोली चलने की सूचना पर थाना प्रभारी गोराबाजार सहदेव राम साहू हमराह स्टाफ के पहुंचे जहाँ घायलों को उपचार हेतु सिटी अस्पताल ले जाया गया है। अस्पताल पहुंची पुलिस को अभिलाष यादव पिता गिरघर यादव उम्र 38 वर्ष निवासी भरतीपुर इलाहाबाद बैंक के पास ओमती ने बताया था कि एस.आई.एस. कंपनी भोपाल का ए.टी.एम केश वाहन चलाता है। दिनांक 11-2-2022 को पेन्टीनाका होकर गोराबाजार तिलहरी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्रा पास गाड़ी खड़ी किया, गन मैन राजबहादुर पटेल आगे वाली सीट पर उसके बाजू मे बैठा था। दोनो कैशियर राजबहादुर सिंह, एवं श्रेयांश ताम्रकार वैन से उतरकर एक कैश पेटी लेकर बैंक ऑफ महाराष्ट्र तिलहरी के ए.टी.एम में कैश डालने के लिये जा रहे थे दो अज्ञात लुटेरो ने कैशियर राज बहादुर सिंह पिता विजय उम्म्र 34 वर्ष निवासी मटवारा भिटौनी शहपुरा एवं श्रेयांश ताम्रकर पिता भागवत ताम्रकार उम्र 28 वर्ष निवासी शाही नाका गढ़ा को गोली मारकर घायल कर दिया तथा कैश वाहन में बैठे गनमैन राजबहादुर पटैल पिता रामकुमार पटैल उम्र 45 वर्ष निवासी पान उमरिया जिला कटनी हाल निवासी साई मंदिर जवाहर नगर थाना आधारताल की गोली मारकर हत्या कर कैश की 1 पेटी लूट कर ले गये ।
घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया तथा सरहदी जिलों को घटित हुई घटना से अवगत कराते हुये शहर देहात में नाकबंदी प्वाईट लगाये गये। पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु. से.) के निर्देश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर / अपराध श्री गोपाल खाण्डेल, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर आलोक शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक अजाक पंकज मिश्रा, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय / नगर पुलिस अधीक्षक गढ़ा श्री तुषार सिह, नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपर अखिलेश गौर तथा एफ. एस. एल डाक्टर सुनीता तिवारी, फोटोग्राफर आदि मौके पर पहुंचे। कैश वाहन के चालक अभिलाष यादव की रिपोर्ट पर थाना गोराबाजार में अपराध क्रमांक 39 / 2022 धारा 302, 307, 394,397, 34 भा.द.वि. 25.27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। घटित हुई घटना की गम्भीरता को देखते हुये उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री आर. आर. सिंह परिहार (भा.पु.से.) एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर श्री उमेश जोगा (भा पु.से.) भी मौके पर पहुंचे, घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करते हुये मौके पर उपस्थित अधिकारियों को अज्ञात मोटर सायकिल सवार लुटेरों की पतासाजी के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये, विशेष टीमें गठित कर आरोपियों की पतासाजी हेतु लगायी गयी है।
वारदात का तरीका
दोनों आरोपी भाई मनोज पाल एवं सुनील पाल जो कि बचपन से जबलपुर में आर्मी स्कूल में पढ़े लिखे है, एवं जबलपुर की भौगोलिक स्थित से अच्छी तरह वाकिफ हैं। इन दोनों ने 2017 में पारिवारिक विवाद एवं आर्थिक तंगी के कारण जबलपुर छोड़ दिया एवं गुजरात में काम करने लगे, जहाँ काम करते हुये रातों रात पैसा कमाने और आर्थिक तंगी दूर करने के लिये बैंक-एटीएम लूटने का प्लान बनाया। जबलपुर चूंकि इनके लिये सबसे बेहतर विकल्प था, इसलिये योजना के अनुसार दोनों नवम्बर 2021 में गुजरात से जबलपुर आये एवं गुप्त रूप से कैट क्षेत्र में महावीर कम्पाउंड अंतर्गत रिटायर्ड जेल अधिकारी के यहाँ किराये का कमरा लेकर रहने लगे। इस दौरान उन्होने अपने बचाव के लिये किसी भी प्रकार के पहचान पत्र, किसी भी स्थान पर उपलब्ध नहीं कराये एवं मोबाईल का प्रयोग भी कहीं नहीं किया।
दोनों ने जबलपुर में घूमकर के ग्वारीघाट, गोरखपुर, सदर, गोराबाजार, बिलहरी, तिलहरी स्थित विभिन्न 4 के एटीएम की रैकी की, जिसमे से तिलहरी स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्रा के एटीएम को चिन्हित किया क्योंकि यह एटीएम बंद कैम्पस में एवं बाईपास के अत्यंत नजदीक था, जहाँ से निकलकर भागने में आसानी थी पकड़े जाने की सम्भावना कम थी।
योजना के मुताबिक रोजाना आर.सी. ग्राउड के पास खड़े होकर दोनों एटीएम में पैसा डालने वाली कैश पैनो पर नजर रखने लगे एवं बैंक ऑफ महाराष्ट्रा में जाने वाली कैश वैन को चिन्हित कर लिया एवं रोजाना उसी बैन का इंतजार करते रहते थे. जब भी चिन्हित वैन निकलती थी उसका पीछा करते हुये कैश चैन पहुंचने के लगभग 1 मिनिट पहले बैन को ओवर टेक करते हुये एटीएम पहुंच जाते थे और दोनों अपनी-अपनी भूमिका के हिसाब से बैंक एटीएम के पास एवं कैम्पस के बाहर घटना को अंजाम देने के लिये अपने-अपने चिन्हित स्थान पर खड़े हो जाते थे। रैकी के दौरान दौनो बैंक एटीएम में जाकर बाहर खड़े लोगों को भ्रमित करने का भी प्रयास करते थे, और एटीएम मशीन में कैश लोड होने के बाद जमीन पर पड़ी रबर की संख्या के आधार पर लोड होने वाले कैश का अंदाजा लगा लेते थे।
आरोपी योजना के अनुसार सी ग्राउंड से इंतजार एटीएम गये, तत्पश्चात तिलहरी स्थित पैटोलपंप पर पैट्रोल डलवाया, और गोराबाजार के सुबक अंश बजे पहले बैंक केश का करने लगे. जैसे ही दोपहर 2-15 बजे के आसपास कैश वैन आते हुये दिखी तो ये बैन का पीछा करने लगे और ओवरटेक करते हुये चैन के पहुंचने के कुछ सैकेंड पूर्व ही एटीएम पहुंच गये और अपनी-अपनी जगह ले ली, योजना फिर राजबहादुर पैन को अनुरूप जैसे ही कस्टोडियन श्रेयांश ताम्रकार पेटी लेकर एटीएम की तरफ गये, जिनके पीछे दूसरे कस्टोडियन राजबहादुर सिंह आ रहा था तभी मनोज ने पहले श्रेयांश ताम्रकार कर दिया और कैश पेटी छीनकर कैम्पस से बाहर होने के बाद वैन में बैठे गार्ड को भी को गोली सिंह को मारकर घायल गोली मारी, इसी दौरान अन्य आरोपी सुनील पाल ने कैश वैन मे बैठे गार्ड राजबहादुर पटेल को गोली मारकर हत्या कर दी. दोनों अपनी हॉण्डा शाईन गाड़ी से बरेला बाईपास की ओर भाग गये एवं गुप्त स्थान पर पेटी एवं गाड़ी छिपाकर कपड़े बदलकर आटो से अपने कमरे आ गये एवं हेयर सैलून में बाल कटवाकर अपना हुलिया बदल लिया। घटना के दूसरे दिन आटो से वापस उसकी गुप्त स्थान पर पहुंचे एवं गाड़ी एवं पेटी में रखे कैश को लेकर अपने कमरे आये एवं कमरे से सामान उठाकर रीवा-सतना रोड से होते हुये अपने गृह निवास गांगपुर वाराणसी उ.प्र. निकल गये।
पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी- उपरोक्त घटित हुई सनसनीखेज घटना को जबलपुर पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जबलपुर जोन जबलपुर श्री उमेश जोगा (भा.पु.से.) एवं उप पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर श्री आर.आर सिंह परिहार (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन तथा पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (मा.पु.से.) के नेतृत्व में गठित विशेष टीम सी.सी.टी.व्ही. एवं रूट मैपिंग टीम, सायबर टीम, मुखबिर एवं पूछताछ टीम, गिरफ्तारी टीम के द्वारा अपनी-अपनी भूमिकाओं के अनुसार आरोपियों को चिन्हित करते हुये घटना स्थल से उनके गृह निवास तक पहुंचने के साक्ष्यों के आधार पर दबिश देते हुये दोनों आरोपी सगे भाईयों को धरदबोचा गया एवं घटना में प्रयुक्त मोटर सायकिल हॉण्डा शाईन जिस पर रजिस्टेशन यू.पी. 65 बी. वाय. 5153 लिखा है (जो कि फर्जी नम्बर है) एवं नगद 32 लाख 98 हजार रूपये बरामद कर आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया जाकर विस्तृत पूछताछ तथा घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं कैश पेटी की बरामदगी हेतु माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस रिमाण्ड लिया जा रहा है।

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