Homeमध्यप्रदेशमाँ नर्मदा के तीनों ओर से घिरा चमत्कारिक मंदिर, जहां हनुमान जी...

माँ नर्मदा के तीनों ओर से घिरा चमत्कारिक मंदिर, जहां हनुमान जी तीन रूपों में दिखाई देते हैं

मंडला। भगवान हनुमान से जुड़ी बहुत सी पौराणिक कथाएं हैं तो कलयुग में भगवान के बहुत से चमत्कार दिखाई और सुनाई देते हैं। हम ऐसे ही चमत्कारिक हनुमान मंदिर कीं बात कर रहे हैं जो मंडला के सूरज कुंड मे स्थित हैं। मंडला से 2 किलोमीटर दुर हैं यह सूरज कुंड मंदिर हैं, जहाँ भगवान हनुमान विराजमान हैं, जो कि भक्तों क़ी आस्था और श्रद्धा क़ा केन्द्र बना हुआ हैं..यह सूरज कुंड मंदिर माँ नर्मदा के तीनों ओर से घिरा हुआ हैं..बहुत दुर दुर से हनुमान जी के दर्शन करने भक्त यहां पहुंचते हैं। भक्त मंडला जिले ही नही अन्य जिलो और प्रदेशों से यहां पहुंचते हैं और भक्तों कीं हर मुराद यहां पूरी होती हैं। मंगलवार और शनिवार विशेष पूजा अर्चना की जाती है और विशेष दिनों में पुराण और भंडारे क़ा आयोजन किया जाता है। यहां क़ा इतिहास बहुत पुराना है। यह प्रसिद्ध सिद्ध मंदिर पहले बहुत छोटे रूप मे था। यहा के चमत्कार के चलते भक्त आते रहे और इस मंदिर क़ा स्वरूप बडा होता चला गया.. यहा के पंडा क़ा कहना हैं हमारे पूर्वज वर्षों से श्री हनुमान जी के भक्त रहें हैं इनकी पूजा अर्चना और उनकी सेवा करते आ रहें हैं।
इस चमत्कारिक हनुमान मंदिर कीं खास विशेषता उनके रूपो कीं हैं.. यहा हनुमान जी समय के अनुसार अपना रूप बदलते हैं.. सुबह के वक्त कुमार अवस्था दोपहर के वक्त कुमार अवस्था और रात के वक्त वृद्ध अवस्था मे दिखाई देते हैं जो कीं किसी चमत्कार से कम नही हैं। सूर्य कुंड मंदिर क़ा विशेष महत्व हैं पौराणिक ग्रंथों मे उल्लेख हैं कथा वाचको क़ा कहना हैं कीं कुरुक्षेत्र के ऐक ब्राह्मण एक समय सूर्य भगवान क़ा पीछा कर रहें थे क़ी आखिर सूर्य भगवान कहा जाते हैं तब सूर्य भगवान मंडला के पुरवा पहुचे ..तब भगवान सूर्य नें ब्राह्मण से कहा कीं तुम मेरा पीछा ना करो मै आदि अनंत हू.. मै इसी पुरवा मे कुंड रूप मे यही रहूंगा तब से यहा कुंड और सूर्य मंदिर हैं..हालाकिं कुंड नर्मदा नदी मे डूब चुका हैं.. चूकी श्री हनुमान सूर्य भगवान क़ो गुरु मानते हैं इसलिए सूर्य मंदिर मे हनुमान जी स्थापित हैं.. इनके तीन रूप बाल्यावस्था- सतो गुण क़ा प्रतीक हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments