जबलपुर। नगर निगम में कई ऐसे नए वार्ड हैं, जिनमें विकास की रोशनी तो छोड़ो, सडक़ नाली और पानी तक नहीं है। इन्हीं में से करमेता गांव भी शामिल है। पिछले 5 सालों में यहां कोई काम नहीं हुआ। लेकिन अब क्षेत्र की तस्वीर बदल रही है। वार्ड क्रमांक 73 में कई गलियों में कई सालों से सडक़ का नामोनिशान नहीं था। लेकिन चुनाव होने के बाद यहां सडक़ें बनने लगी हैं। यहां की गली नंबर 8 में 22 साल से सडक़ नहीं बनी थी। चुनाव के समय कांग्रेस पार्षद सत्येंद्र चौबे गुड्डा भैया ने जनता से वादा किया था और उसे पूरा भी कर दिया। यहां जब सडक़ का भूमिपूजन हुआ तो लोग खुशी से फूले नहीं समाए। पनागर विधायक सुशील इंदू तिवारी, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू की उपस्थिति में सडक़ का भूमिपूजन हुआ। महापौर ने कार्यक्रम से पहले ही ठेकेदार को चेतावनी दे दी कि सडक़ अच्छी बननी चाहिए। मैं आकर इसकी गुणवत्ता देखूंगा। कार्यक्रम के बाद वार्डवासियों ने महापौर से अपनी समस्याएं सुनाईं। तब महापौर ने कहा कि 20-22 साल से तो यहां सडक़ ही नहीं थी। हमने 2 माह में सडक़ बनवानी शुरू कर दी है। एक करोड़ की लागत से वार्ड में सडक़ें बनाई जाएंगी। देखें महापौर और जनता में क्या बात हुई।
करमेता की जनता अब खुश है कि उसे कम से कम मूलभूत सुविधाएं मुहैया हो पा रही हैं। पार्षद सत्येंद्र चौबे ने सडक़ों में स्ट्रीट लाइट लगाने का वादा किया है। ऐसे में यह तय है कि कांग्रेस के महापौर और पार्षद होने से 5 साल में इस वार्ड का कायाकल्प जरूर होगा। भूमिपूजन कार्यक्रम में सुरेश अहिरवार अन्ना, महावीर प्रसाद सोनी, ओमकार अहिरवार, मोहित, बाबा यादव, नीतू साहू समेत बड़ी संख्या में महिला-पुरूष मौजूद रहे।
महापौर ने ठेकेदार से कहा-सडक़ अच्छी बननी चाहिए। मैं आकर देखूंगा
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