Homeजबलपुरशुक्र है बच गया शहर.. वरना लग जाता दूसरी बार कलंक

शुक्र है बच गया शहर.. वरना लग जाता दूसरी बार कलंक

कोरोना के नए वैरिएंट से दो दिन दहशत में रहा पूरा शहर, हिल गई सरकार
जबलपुर। 28 नवंबर को पता चला कि एक अफ्रीकन देश की महिला फ्लाइट से शहर आई है। हालांकि प्रशासन को इसकी भनक ही नहीं थी। वो तो दिल्ली और भोपाल से जब पूछा गया तो प्रशासन भी हड़बड़ा गया। आननफानन में पूरी सरकार हरकत में आ गई। लोगों तक भी यह खबर फैल गई कि नए वैरिएंट का खतरा शहर में मंडरा रहा है। पता नहीं कहीं तीसरी लहर जबलपुर से शुरू न हो जाए। क्योंकि दो साल पहले जबलपुर से ही मप्र में सबसे पहले कोरोना की दस्तक हुई थी। इस तरह एक कलंक तो शहर के नाम लगा ही हुआ था, अब दूसरी बार भी यही स्थिति बन रही थी। लेकिन शुक्र है कि शनिवार का दिन राहत भरा रहा और न सिर्फ महिला का पता चल गया, बल्कि यह भी साफ हो गया अभी उसमें कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं।
सीएमएम में कोर्स करने आई हैं जबलपुर.
आखिरकार दक्षिण अफ्रीकी देश बोत्सवाना से संस्कारधानी आई ओएल खुमो नाम की महिला का पता चल चुका है। विक्टोरिया में पदस्थ डॉ विभोर हजारी एवं डॉ प्रियंक दुबे के अनुसार बोत्सवाना से जबलपुर आई महिला आर्मी में कैप्टन है। वह यहांं अपने देश की ओर से सेना द्वारा संचालित कॉलेज ऑफ मेटेरियल मैनेजमेंट (सीएमएम) में कोर्स करने के लिए आई हैं। जबलपुर आने के बाद वे दस दिन का आइसोलेशन (क्वारंटीन) पूरा कर चुकी हैं । उन्होंने बताया कि महिला का आज सीएमएम जाकर मेडिकल चेकअप किया गया जिसमें वे पूरी तरह स्वस्थ पाई गई हैं। उनमें कोरोना के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिये हैं। डॉ विभोर हजारी और डॉ प्रियंक दुबे की टीम ने बोत्सवाना की आर्मी में कैप्टन इस महिला का कोरोना टेस्ट हेतु सेम्पल भी लिया है, जिसे परीक्षण हेतु आईसीएमआर भेजा जा रहा है । ओएल खुमो नाम की 34 वर्षीय इस महिला को बोत्सवाना में कोरोना की वैक्सीन भी लग चुकी है ।

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