स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि ने भी गोशाला प्रबंधन के सप्त बिंदु बताए
गौपालन प्रशिक्षण कार्यशाला में बताया कैसे करें गौमाता का पालन
जबलपुर। योगमणि गौशाला एवं पर्यावरण समिति तिलवारा में गोपालन प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न हुई। कार्यशाला में मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड की कार्य परिषद के अध्यक्ष परम पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद गिरि जी महाराज ने भी गोशाला प्रबंधन के सप्त बिंदुओं पर सभी को जानकारी प्रदान की। कार्यशाला में डॉ सूरज दास ने गौशाला से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां सभी के समक्ष रखीं। उन्होंने सभी को जानकारी दी कि गोशाला में पानी की व्यवस्था, गाय के आहार के भंडारण की व्यवस्था ठीक रहना चाहिए। भूसा समय पर ही स्टोर कर लेना चाहिए। हरा चारा लगाना चाहिए। गोशाला में सफाई की व्यवस्था, गायों की चिकित्सा की व्यवस्था आदि विषयों पर उन्होंने सभी को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।
गाय सहज, सरल व मातृवत व्यवहार करती है
महामंडलेश्वर स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद गिरि जी महाराज ने गौपालकों एवं गौसेवकों से आग्रह किया कि गोशाला के कार्य में सभी को तन-मन-धन लगाकर सेवा करना चाहिए। समर्पण भाव के साथ हमको गाय का पालन करना चाहिए। गाय सहज, सरल एवं मातृवत व्यवहार करती है। गाय का नाम रख दो और नाम लेकर बुलाओ तो अपना नाम सुनकर वह दौड़ी आती है। योगमणि गोशाला एवं पर्यावरण समिति की अध्यक्ष डॉ श्रीमती शिरीष जामदार ने भी गोशाला से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों से सभी का अवगत कराया। गौशाला के श्याम चौबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।
कई संस्थाएं व समाजसेवी कार्यशाला में आए
प्रशिक्षण कार्यशाला में योगमणि गोशाला व पर्यावरण समिति, स्वर्गीय श्री रामनारायण समाज उत्थान समिति एवं अन्य संस्थाओं के गौपालक व गौसेवक उपस्थित थे। प्रमुख रूप से वरिष्ट समाजसेवी डॉ जितेंद्र जामदार, डॉ श्रीमती अनुराधा पांडेय, शिवनारायण पटेल, डॉ राजेश जायसवाल, सपना पटेल, स्वामी मनीषा दास जी, काजल जी, नेहा जी, बबली तिवारी, सत्य प्रकाश यादव, प्रवीण विप्रदास, संजय दुल्हानी, दसईं लाल झारिया, रमेश कुशवाहा, राजू जी आदि उपस्थित रहे।