Homeमध्यप्रदेशशिवराज ने पोंछे किसानों के आंसू, कहा-तुम्हारा भाई अभी जिंदा है

शिवराज ने पोंछे किसानों के आंसू, कहा-तुम्हारा भाई अभी जिंदा है

भोपाल। भोपाल और ग्वालियर के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि ने अपना कहर बरपाया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन का दौरा कर किसानों के आंसू पोंछे। जिला अशोकनगर के भजावन में ओला वृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के अवलोकन के दौरान किसान की पत्नी को बिलखता देखकर भरोसा दिलाया। शिवराज ने कहा-चिंता मत करो बहन, तुम्हारा भैया मुख्यमंत्री है, संकट से निकालकर ले जाएगा। मुख्यमंत्री ओलावृष्टि से प्रभावित अशोकनगर और निवाड़ी के गांवों में नुकसान देखने खेतों में पहुंचे। दूसरे दिन भी उन्होंने विदिशा के किसानों को दिलासा दी।
मुख्यमंत्री व विधायक उमाकांत शर्मा ने विदिशा जिले के लटेरी तहसील के उनारसी कला गांव में ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों का जायजा लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृषकों से संवाद कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत नुकसान पर 30 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर सहायता राशि दी जाएगी। 18 जनवरी तक हो जाएगा ओलावृष्टि से नष्ट फसलों का सर्वे। किसान ने यदि लोन लिया होगा, तो ऋण वसूली को स्थगित कर अल्पकालीन लोन को मध्यमकालीन ऋण में बदलकर उसका ब्याज भी हम भरवायेंगे। फसल के अलावा मवेशियों की मृत्यु एवं अन्य क्षति के लिए अलग से राशि दी जायेगी। उन्होंने ऐलान किया कि गाय-भैंस की मृत्यु पर 30 हजार रुपये और बछड़ा-बछिया के लिए 10 हजार रुपये और भगवान न करे कि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो, लेकिन ऐसी असामयिक मृत्यु पर 4 लाख रुपये की परिवार को आर्थिक सहायता दी जायेगी। फसल बीमा की राशि अलग से दी जायेगी।
चिंता मत करना, तुम्हारा मुख्यमंत्री जिंदा है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा जिले के उनारासी कलां गांव में ओला प्रभावित किसानों से मिलकर उन्हें दिलासा दी। उन्होंने किसानों से कहा कि चिंता मत करना, तुम्हारा मुख्यमंत्री अभी जिंदा है। मैं और मेरी सरकार इस कठिन घड़ी में सभी को उबारेगी। उन्होंने मंच से घोषणा की कि ओला पीडि़त किसानों को 50 हजार रुपये हेक्टेयर के मान से मुआवजा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री छोटी राधौगढ़ के चार किसानों के खेतों में पहुंचे और उन्होंने खेत में बैठकर धनिया, चना, गेहूं और सरसों की बर्बाद फसल देखी। इस दौरान किसानों के आंसू छलक पड़े। एक बुजुर्ग दंपत्ति रोते हुए मुख्यमंत्री के पैरों पर झुक गया। मुख्यमंत्री ने उसे उठाकर गले से लगा लिया और दिलासा दी कि वे परेशान न हों। शासन-प्रशासन और सरकार उनके साथ है।

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