भोपाल। जिसका अंदेशा था वही हुआ। ना-ना करते आखिर राज्य सरकार ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय ले लिया। हालांकि यह फैसला 31 जनवरी तक के लिए है। लेकिन आसार यही हैं कि मार्च तक कोरोना की तीसरी लहर थम नहीं पाएगी। फरवरी से भले ही केस कम मिलने लगें लेकिन मार्च तक तो कोरोना की तीसरी लहर का असर या कहें तीव्रता कम होने के आसार हैं। बहरहाल अभी फिलहाल की बात करें तो कोरोना की तीसरी लहर बेहद तेज है। हर दिन मामले एक दिन पहले से ज्यादा मिल रहे हैं। यदि आज 300 मिले तो संभव है कि दूसरे दिन 500 के करीब पॉजिटिव मिलना शुरू हो जाएं। यानि कि हजार का आंकड़ा छूने में अगले चार-पांच दिन ही लगने वाले हैं। ऐसे में सवाल यही है कि क्या लॉकडाउन लगेगा। फिलहाल तो सरकार इंकार कर रही है। जैसे कि स्कूल बंद करने से इंकार किया था। लेकिन जैसे ही तीसरी लहर तीव्र होगी, संभव है कि लॉकडाउन भी लग जाए। यानि कि जब तक स्थिति सरकार के नियंत्रण में है और अस्पताल में जगह है, तभी तक लॉकडाउन से बचा जा सकता है। लेकिन जैसे ही स्थिति विकराल हुई तो तय मानिए कि लॉकडाउन लगना ही लगना है। भले ही लॉकडाउन या कोरोना कफ्र्यू पहले जैसा लंबा न हो। हो सकता है कि हफ्ते-पंद्रह दिन ही लॉकडाउन या कोरोना कफ्र्यू लगे, लेकिन आसार यही हैं कि पाबंदियां सख्त होंगी और फिर किसी न किसी रूप में लॉकडाउन का सामना करना पड़ सकता है।
अभी सरकार ने यह बंद किया
-मध्य प्रदेश में पहली से बारहवीं कक्षा तक के सरकारी-निजी सीबीएससी-आइएससी सहित सभी स्कूलों को 31 जनवरी तक बंद कर किया।
-20 जनवरी से होने वाली प्री-बोर्ड की परीक्षा भी टेक होम माध्यम से होगी। इसके लिए स्कूल प्रबंधन व्यवस्था बनाएंगे।
-बड़ी राजनीतिक या सामाजिक रैली-सभाएं प्रतिबंधित रहेंगी।
-प्रदेश में अर्थ व्यवस्था को प्रभावित करने वाले लाकडाउन जैसे कदम अभी नहीं उठाए जाएंगे।
– बंद हॉल में क्षमता के पचास प्रतिशत से कम उपस्थिति के ही कार्यक्रम हो पाएंगे।
– मास्क नहीं लगाने वाले व्यक्तियों पर जुर्माना लगेगा।
-धार्मिक और व्यावसायिक मेले प्रतिबंधित, सभी तरह के जुलूस पर रोक।
एमपी में स्कूल तो बंद हो गए.. बड़ा सवाल क्या लगेगा लॉकडाउन
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