जबलपुर। भाजपा में पार्षद प्रत्याशियों की सूची बिना घोषित हुए विवाद में उलझ गई है। संभागीय चयन समिति में तय नाम बाहर आने के बाद भडक़ी विरोध की आग से भाजपा में खलबली है। आलम ये है कि चयन के जवाबदार नेता व पदाधिकारी कार्यकर्ताओं के फोन तक नहीं उठा रहे हैं। पार्टी का पूरा फोकस विरोधियों का गुस्सा शांत करने पर है। इस बीच सर्वाधिक विरोध वाले आठ वार्डों से प्रत्याशी बदलने की खबरें भी हैं। बताया जाता है कि वार्ड से किसी बाहरी प्रत्याशी को उतारा जा रहा है। इस सूचना मात्र से महर्षि महेश योगी वार्ड के भाजपाई भडक़ गए। एक महिला नेता को टिकट दी जा रही है। यह जानकारी मिलने के बाद धनी की कुटिया के पास कार्यकर्ताओं ने सडक़ पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में मनीष अग्रहरि, पंकज शुक्ला आदि सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल थे।
सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंचे थे सांसद निवास
जबलपुर में सैकड़ों नाराज कार्यकर्ताओं ने पिछले दिनों सांसद निवास का घेराव किया। बाहरी प्रत्याशी को पार्षद की टिकिट देने की संभावना पर सुभाषचंद्र बोस वार्ड के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने किया शांतिपूर्ण प्रदर्शन। कार्यकर्ताओं की मांग है कि पुराने कार्यकर्ताओं को ही दी जाए टिकट। नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि स्थानीय कार्यकत्र्ता को टिकिट न मिलने पर भाजपा कार्यकर्ता पार्टी का काम नहीं करेंगे। सांसद राकेश सिंह ने कहा कि अपनी बात रखने में कुछ भी गलत नहीं है। हर कार्यकर्ता को अपनी बात शांतिपूर्ण तरीके से रखने का हक है। टिकट तो एक को ही मिलेगी, लेकिन सब मिलकर चुनाव में काम करेंगे।
क्या कांग्रेस में कार्यकर्ता नहीं जो विधायकों को टिकट दिया- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों मीडिया से कहा कि भाजपा में टिकटों की गाइडलाइन बनाई गया है। एक व्यक्ति एक पद के तहत टिकट दिए गए हैं। सूची देखें तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, डॉक्टर, प्रोफेसर, विधिवेत्ता समेत सर्वस्पर्शी वर्गों को हमारी सूची में जगह दी गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस तो विधायकों से आगे नहीं बढ़ पाई। मैं उनसे पूछता हूं क्या कांग्रेस के पास कार्यकर्ता नहीं हैं जी उन्हें टिकिट नहीं दिया गया।
भाजपा में टिकट वितरण को लेकर बवाल, शक्ति प्रदर्शन कर जता रहे अपनी दावेदारी
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