Homeमध्यप्रदेशपेट्रोलियम कंपनियों का खेल.. पेट्रोल-डीजल की सप्लाई का संकट गहराया,

पेट्रोलियम कंपनियों का खेल.. पेट्रोल-डीजल की सप्लाई का संकट गहराया,

जबलपुर। पेट्रोलियम कम्पनियों द्वारा सप्लाई में की जा रही कटौती के कारण प्रदेश में पेट्रोल-डीजल का संकट गहराने की आशंका बढ़ गई है। इस संबंध में पेट्रोल पंप संचालक शासन-प्रशासन को अवगत करा रहे हैं। लेकिन सुनवाई नहीं होने से पेट्रोल-डीजल की सप्लाई का संकट बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि क्रूड ऑयल महंगा होने की आड़ में पेट्रोलियम कम्पनियों द्वारा यह खेल शुरू किया गया है। पेट्रोल पम्प संचालकों की मानें तो इस समय मांग के अनुपात में पेट्रोल-डीजल सप्लाई नहीं किया जा रहा है। उस पर मुसीबत यह है कि तेल कम्पनियों ने 100 परसेंट पेमेंट एक दिन पहले एडवांस में लेना शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि पेट्रोलियम कंपनियां राशनिंग कर रही हैं। कंपनियां पेट्रोल में 16 और डीजल में 26 रुपए घाटा बता रही हैं।
रिलायंस और एसआर ने दाम भी बढ़ा दिए, कंपनी मांग रही एडवांस
इन कंपनियों से दो हाथ आगे निकलते हुए रिलायंस और एसआर जैसी कंपनियों ने तीन से पांच रुपए तक दाम बढ़ा दिए हैं। उधर भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कम्पनियों ने कटौती शुरू कर भी दी है जबकि इंडियन ऑयल अभी तक काफी सप्लाई दे पा रही है। पेट्रोलियम कंपनियों का कहना है कि वर्तमान हालात में राशनिंग करना उनकी मजबूरी है क्योंकि कम्पनी को पेट्रोल में 16 रुपए और डीजल में 28 रुपए तक घाटा हो रहा है। इसके चलते पहले आधी पेमेंट या क्रेडिट पर मिल जाने वाला ईंधन बंद हो गया है। उस पर तुर्रा यह है कि पार्ट सप्लाई यानि एक टैंकर दो आउटलेट्स में बांट दिए जाने की परंपरा ही समाप्त हो गई है। इससे परेशान पम्प संचालक को ऑन टाइम फुल कैश पेमेंट करना पड़ रहा है इसलिए वे भी माल कम मंगा रहे हैं और पेट्रोलियम कम्पनियां भी मांग के अनुपात में सप्लाई नहीं कर पा रही है। फिलहाल कम्पनियों की पॉलिसी में शहर में तो फिर भी सप्लाई दी जा रही है, लेकिन आउटर और ग्रामीण अंचल के पम्पों पर सप्लाई रोक दी गई है। जबलपुर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिलेश मेहता ने कहा है कि शार्टेज तो हो रही है, लोगों को परेशानी न हो, इसके प्रयास किए जाना चाहिए।

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