जबलपुर। केंद्र सरकार के बाद मप्र का शिवराज सरकार ने भी दीपावली पर पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में भारी कमी की है। पेट्रोल और डीज़ल के दामों में कमी के बाद शहर के पेट्रोल पंपों में भीड़ देखी गई। जबलपुर में पेट्रोल के दाम 107.24 पैसे और डीज़ल 90 रुपये 90 पैसे हो गए हैं। पेट्रोल और डीज़ल के दामों में कमी के बाद आम जनता राहत तो महसूस कर रही है लेकिन उसका कहना है कि इतनी राहत से काम नहीं चलने वाला.. कीमतें और कम होनी चाहिए। वहीं गृहिणियों का बजट भी महंगाई ने बिगाड़ कर रख दिया है। रसोई गैस के दाम अब भी 900 से ऊपर बने हुए हैं। कंपनियों की ओर से दाम बढ़ाया जाना प्रस्तावित है। ऐसे में सिलेंडर हजार रूपए से ऊपर चले जाने का अनुमान है। हालांकि केंद्र सरकार ने जिस तरह पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाई है और पेट्रोल के दाम 5 रूपए और डीजल के दाम 10 रूपए तक घटाए हैं, उससे नहीं लगता कि गैस कंपनियों का यह मंसूबा पूरा होगा।
जो दाम टाटा, बिड़ला, अंबानी चुका रहे.. वहीं हम भी दे रहे
घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ते-बढ़ते इतने हो गए हैं कि यह गरीब वर्ग की पहुंच से बाहर हो गया है। पहलेपहल तो सिलेंडर के दाम कम थे और देर-सबेर सब्सिडी भी आ जाया करती थी। सरकार ने मुहिम शुरू की कि बड़े लोग सब्सिडी छोड़ें। असर भी हुआ और अमीर वर्ग ने सब्सिडी छोड़ी थी। लेकिन लगता है कि सरकार को फिर ब्रह्म ज्ञान हो गया कि शायद सिलेंडर लेने वाले सारे लोग अमीर हैं। तभी तो सबकी सब्सिडी पर डाका डाल दिया और एक तरह से इसे हमेशा के लिए खत्म कर दिया। यानि कि टाटा, बिड़ला, अंबानी के घरों तक जो रसोई गैस जाती होगी, उसी दाम पर गरीब-मजदूरों, किसानों के घर भी पहुंच रही होगी। यानि कि आम जनता की कमाई बढ़े, न बढ़े लेकिन खर्च अमीरों सा करने की मजबूरी हो गई है।
पेट्रोल-डीजल के दाम हुए कम.. कब गिरेंगे रसोई गैस के दाम..!
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