Homeजबलपुरजबलपुर में छोटे-छोटे ३३८ झगड़ों में कराई गई ऑनलाइन मध्यस्थता

जबलपुर में छोटे-छोटे ३३८ झगड़ों में कराई गई ऑनलाइन मध्यस्थता

पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के मार्गदर्शन में अनोखी पहल जबलपुर। अभी तक छोटे-मोटे झगड़ों या पड़ोसियों से हुए विवादों पर लोगों को थाने के चक्कर काटना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब पुलिस इन छुटपुट झगड़ों को सुलझा भी रही है। यह सब हो रहा है जबलपुर के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के मार्गदर्शन में। समा के तकनीकी सहयोग से पिछले दो माह में पारिवारिक व पड़ोसियों के छोटे-मोटे विवादों के करीबन 338 प्रकरणों में ऑनलाईन मध्यस्थता कराई गई। यह जानरकारी खुद एसपी ने पुलिस कंट्रोल रूम जबलपुर में दी। पुलिस के मुताबिक समा के तकनीकी सहयोग से एमपीएसएलएसए ऑनलाइन विवाद समाधान पायलेट परियोजना का प्रशिक्षण थानों में संचालित ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क प्रभारियों को कराया गया था। एसपी के मुताबिक समा के तकनीकी सहयोग से मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एक पायलेट प्रोजेक्ट का संचालन करेगा। उर्जा डेस्क यानि कि महिला हैल्प लाईन डेस्क के द्वारा प्राप्त मामलों को ऑनलाईन मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाया जायेगा। खास बात यह है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। इसलिये दोनों पक्षों को पुलिस के पास या थाने आने की जरूरत नहीं, उनको घर रहते हुए ही पूरी सुविधा रहेगी। जबलपुर पुलिस का मानना है कि यह भारत में पहली पहल है और यह जनता के लिये न्याय तक पहुंच में सुधार करने में काफी मदद करेगी। इन शहरों में पायलट प्रोजेक्ट पुलिस का कहना है कि समा एक ऑनलाईन विवाद समाधान मंच है। इसे भारत सरकार के कानून और न्याय मंत्रालय से मान्यता प्राप्त है। इस परियोजना को शुरू करने के लिये पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जबलपुर, ग्वालियर और भोपाल जिले को चयनित किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने दिया प्रशिक्षण शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बहुगुणा, एएसपी शहर दक्षिण/अपराध गोपाल खांडेल के नेतृत्व में संचालित समा पायलेट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 12 थानों के उर्जा डैस्क प्रभारियों व लिंक अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई। उप पुलिस अधीक्षक महिला प्रकोष्ट पूजा पांडे, विधिक सेवा प्राधिकरण की अंकिता रावत व महिला प्रकेाष्ठ जबलपुर निरीक्षक प्रीति तिवारी ने इस टीम को प्रशिक्षण दिया। इन विवादों में हुई मध्यस्थता पुलिस के मुताबिक माह जुलाई से समा पायलेट प्रोजेक्ट संचालित हो रहा है। अब तक पारिवारिक विवाद, भरण पोषण व पड़ोसियों के छोटे-मोटे विवाद सामने आए हैं। अब तक करीबन 338 प्रकरणों को विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से नियुक्त काउंसलरों ने ऑन लाईन के माध्यम से मध्यस्था कराकर निराकरण कराया है। टीम के जो काउंसलर होते हैं, वह शिकायतकर्ता के फोन नंबर के माध्यम बातचीत करते हुये सुलह का प्रयास करते हैं। बताया जा रहा है कि इसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।

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