हसनी हुसैनी मुस्लिम सोसायटी निवास ने पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत जन्मदिन वाले दिन शराब पाबंदी को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
निवास।आलेख तिवारी।पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद के जन्म दिवस वाले दिन हर साल सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में शराब की दुकानें बंद को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। वहीं इसी क्रम में हसनी हुसैनी मुस्लिम सोसायटी निवास ने महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार निवास को ज्ञापन सौंपा गया। वहीं इस ज्ञापन में पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद के जन्म दिवस वाले दिन हर साल सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में शराब की दुकानें एवं शराब बिक्री
पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। अब्बू खान का कहना है कि इस्लामी कैलेंडर के मुताबिक रब्बी उल अव्वल इस्लामी साल का तीसरा माह जिसमें हजरत मोहम्मद की पैदाईश का दिन 12 रब्बी उल अव्वल है। वहीं उन्होने यह भी बताया की हजरत मोहम्मद ने अपनी पूरी जिंदगी में अमन शांति भाई-चारे का संदेश दुनिया भर में आम किया, और अच्छी बातों का संदेश व बुरी बातों एवं बुरी आदतों से बचने के लिये हमेशा लोगो को बेहतरीन संदेश दिया। हजरत मोहम्मद साहब जिन बुरी चीजों से नफरत करते थे, उनमें से एक शराब का नशा है, और उन्होने यह बताया की शराब का नशा हर धर्म में बुरा माना जाता है, एवं कई घर इस नशे की जद में आकर बर्बाद हो जाते है, व कई जानें चली जाती है। हजरत मोहम्मद साहब इस्लाम धर्म के संस्थापक व दुनिया भर के लोगों के लिए बेहतरीन आइडियल है। हर साल दुनिया भर के मुसलमान आपके जन्म दिवस वाले दिन अपने अपने घरों को सजाने अपने शहरों में रोशनी करते हैं। गरीबों को लंगर खिलाने प्यार मोहब्बत बांटते नजर आतें है, और लाखों की तादाद में हर शहर, हर देश में जुलूस ए मोहम्मदी का आयोजन होता है। और विभिन्न मार्गो से निकलता है और पूरे निवास शहर में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, इसकी चर्चा पूरे क्षेत्र और जिले में रहती है, और एक बेहतरीन भाईचारे और मोहब्बत के पैगाम को आम करता है। हरानी हुसैनी सोसायटी समस्त मुस्लिम समाज निवास ने महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार निवास को ज्ञापन सौंपा गया। और बताया गया कि पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिवस के मुबारक मौके पर हर साल संपूर्ण मध्यप्रदेश में एक दिवसीय शराब की दुकान एवं शराब बिक्री पर पूर्ण रूप से पाबंदी की मांग करती है। जिससे निवास नगर के सभी मुस्लिम संगठन व सभी धर्मों को मानने वाले इस मांग का समर्थन करते है।