जबलपुर। देश में सबसे पहले बुजुर्गों को कोरोना की वैक्सीन लगना प्रारंभ हुई थी। इसके बाद 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगी। अब युवाओं और बच्चों को भी वैक्सीन लगना शुरू हो गई है। लेकिन इन सबके बीच तीसरी लहर भी आ गई और मामले बढ़ भी रहे हैं। ऐसे में सरकार ने 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगवाना शुरू किया। लेकिन जबलपुर जिले में बुजुर्ग बूस्टर डोज लगवाने में इंट्रेस्टेड नजर नहीं आ रहे हैं। हालांकि जरूरी है कि सभी बूस्टर डोज लगवा लें, क्योंकि पता नहीं चौथी लहर भी आ जाए और संभलने का मौका भी न मिले।
स्वास्थ्य विभाग का अमला भी परेशान
जबलपुर जिले में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लगाई जाने वाली वैक्सीन की बूस्टर डोज के लिए ज्यादा उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है। साठ साल से ज्यादा उम्र के लोग जिन्हें करोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है उन्हें बूस्टर डोज लगाई जा रही है। इसके लिए 10 जनवरी से अभियान प्रारंभ किया गया लेकिन अभी तक महज दस हजार पांच सौ बुजुर्गों ने ही बूस्टर डोज लगवाई है। जबकि जिले में साठ साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या दो लाख 54 हजार है। इस निराशाजनक शुरुआत की वजह से स्वास्थ्य विभाग का अमला भी परेशान है। स्वास्थ्य विभाग ने जन जागरूकता अभियान चलाया है लेकिन 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग बूस्टर डोज के लिए ज्यादा उत्साहित नहीं हैं। यही वजह है कि बार-बार मैसेज भेजने के बावजूद भी बुजुर्ग इस बूस्टर डोज को लेने के लिए टीकाकरण केंद्रों में नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ विभाग ने एक बार फिर चेतावनी जारी की है कि करोना संक्रमण काल अभी खत्म नहीं हुआ है। बुजुर्गों को बूस्टर डोज लेकर अपने आपको सुरक्षित करना होगा जिससे संक्रमण से बचा जा सकेगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ एसएस दहिया ने कहा है कि बुजुर्गों को बूस्टर डोज बेहद जरूरी है। यदि वे किसी बीमारी से ग्रसित है तो भी उन्हें कोरोना वैक्सीन की इस तीसरी डोज को लेना चाहिए।
बूस्टर डोज लगवा लें.. अभी गया नहीं है कोरोना.. पता नहीं चौथी लहर भी आ जाए..?
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