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पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देकर, बीजेपी पर लगाया मूल सिद्धांतों से भटकना का आरोप

मध्यप्रदेश में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होना है लेकिन चुनाव से पहले ही बीजेपी मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी में नेताओ का पार्टी छोड़ने का क्रम लगातार बढ़ता जा रहा है, बीते दिन केन्द्रीय मंत्री ज्योतिराज सिंधिया के कट्टर समर्थक कहे जाने वाले बैजनाथ यादव ने बीजेपी का दमन छोड़ कांग्रेस का हाथ थमा था। ऐसे ही अब कटनी से बीजेपी के पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने पार्टी से इस्तीफा देकर सबको चौका दिया है। ध्रुव प्रताप सिंह कि माने तो उनकी पार्टी छोड़ने कि मुख्य वजह पार्टी के मूल सिद्धांत से भटकना है । जिसे लेकर वो काफी वक्त से अपनी ही पार्टी से नाराज चल रहे थे।

ध्रुव प्रताप सिंह का राजनीतिक सफर में काफी लंबा वक्त रहा है इसके बावजूद पार्टी ने उनसे काफी समय तक दूरी बनाई हुई थी। हाल फिलहाल में ध्रुव प्रताप सिंह का एक वीडियो समाने आया हुआ था, जिसमें वे खुद को पार्टी उपेक्षित बता रहे थे।

ध्रुव प्रताप सिंह वीडियो में कहते नजर आ रहे है कि हमारे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जी जो की खुजराहों से संसद भी है जिसमें कटनी, बहोरीबंद और विजयराघवगढ़ आता है उन्हे जब टिकट मिली तो वह सभी बीजेपी के पूर्व विधायक, जिला अध्यक्ष से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे। लेकिन हमसे मिलने नहीं आए।  यही नहीं नगरीय निकाय से लेकर पंचायत चुनाव में पार्टी से कोई जिम्मेदारी भी नहीं दी गई।

उनका मानना है कि विधायक संजय पाठक की मुख्यमंत्री शिवराज चौहान से नजदीकियां जैसे जैसे बढ़ती गई । वैसे-वैसे पार्टी में उनकी पूछपरख कम होती गई। लेकिन इस बात का एहसास प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के आने के बाद हुआ। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर मूल सिद्धांतों से भटकना का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। 

बता दे पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह की राजनीति साल 1980 से शुरू हुई, जब बीजेपी को जनशक्ति के नाम से जाना जाता था। जिसमे उनको मंडल प्रभारी का दायित्व मिला, बेहतर कार्य को देखते हुए बीजेपी के नेताओ ने उनको बड़वारा से विधायिकी की टिकट दी, जिसमें उन्हें शिकस्त मिली। लेकिन एक बार फिर साल 2003 में उन्होंने विजयराघवगढ़ से अपनी कमर कसते हुए कांग्रेस के दिग्गज नेताओ में शुमार पूर्व कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र पाठक से चुनाव लड़ा और बीजेपी की झोली में जीत डालकर विधानसभा में स्थान बनाया। उसके बाद उन्हें बीजेपी ने विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया। हालांकि, उनका डाउन फॉल कांग्रेस विधायक रहे संजय पाठक के बीजेपी में शामि ल होने के बाद से शुरू हो गया है। 

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