Homeमध्यप्रदेशफायर ब्रांड उमा भारती.. निशाना शराब दुकान, निगाहें कहीं और

फायर ब्रांड उमा भारती.. निशाना शराब दुकान, निगाहें कहीं और

भोपाल। मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती फायर ब्रांड नेता के तौर पर जानी जाती हैं। बेखौफ, बेबाक कहने के लिए विख्यात उमा भारती ने भाजपा को मप्र की सत्ता दिलाई थी। लेकिन इसके बाद उनके हाथ से सत्ता गई और वे मप्र की राजनीति में नेपथ्य पर चली गईं। उप्र में उन्होंने काम किया। झांसी की लोकसभा सीट जीती और मंत्री भी रहीं। लेकिन पिछले चुनाव में अचानक उन्होंने विराम लिया और सियासत से दूरी भी बनानी चाही। लेकिन राजनीति उन्हें कहां छोडऩे वाली थी। उमा भारती कई मौकों पर कह चुकी हैं कि वे 2024 का विधानसभा चुनाव लडऩा चाहती हैं। इस पर पार्टी संगठन ने चुप्पी साध रखी है, तो उमा भारती अपने तरीके से मुखर हैं। उनका निशाना मप्र है और मुद्दा है शराबबंदी। कई बार के अल्टीमेटम के बाद भी जब प्रदेश में शराबबंदी होते नहीं दिखी तो उन्होंने बागी तेवर अपना लिए। अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए उन्होंने कई बार हुंकार भरी। सत्ता से कहा, संगठन से कहा, लेकिन सबको यही लगा कि वे तो ऐसा कहते ही रहती हैं। बहरहाल अब उमा भारती भोपाल में शराब की दुकान पर ईंट फेंक आई हैं। सत्ता की गलियारों में इसकी गूंज भी सुनाई देने लगी है। बहरहाल अब आने वाले समय में क्या होता है, इस पर सबकी निगाहें जमी हुई हैं।
कांग्रेस फ्रंट फुट पर, बीजेपी का डिफेंस
उमा भारती भी कहां तक धैर्य रखने वाली थीं। बार-बार कहने, बयान देने के बाद भी उनको कोई आश्वासन नहीं मिला। वे शिवराज से मिलीं, बयान जारी किए। वीडी शर्मा को भी अच्छा आदमी बताया। लेकिन इसके बाद भी उनका आंदोलन परवान नहीं चढ़ पाया। फिर क्या था 13 मार्च को उनका धैर्य जवाब दे गया। वे लाव-लश्कर के साथ भोपाल के बरखेड़ा पठानी में पहुंचीं। खुद हाथ में ईंट उठाई और शराब दुकान पर दे मारी। नुकसान तो कम हुआ, लेकिन राजनीति की फिजां में यह आवाज जोर से आई। फिर क्या था राजनीति तो गर्म होनी ही थी। भाजपा के प्रवक्ता हितेश बाजपेयी ने इसे उमा भारती का निजी आंदोलन करार दिया। साथ ही जिला प्रशासन के पाले में गेंद फेंक दी कि वह निर्णय करे कि वैध शराब दुकान पर तोडफ़ोड़ पर क्या कार्रवाई हो सकती है। वहीं कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने उमा भारती पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में पूर्व सीएम उमा भारती बेबस हैं। उनकी सत्ता-संगठन में नहीं सुनी जा रही है। बार-बार बोलने के बाद भी प्रदेश में शराबबंदी नहीं हो रही है। बहरहाल उमा भारती ने सीएम शिवराज को पत्र लिखा और शराबबंदी की मांग दोहराई। अब देखना होगा कि पार्टी संगठन इस सियासी गुत्थी को कैसे सुलझाता है।

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