जबलपुर।एक बार फिर विद्युत विभाग की तानाशाही का ताजा मामला पाटन तहसील के गांव पथरोरा से निकलकर सामने आया है जहां पर 2 दिन से पूरे गांव की बिजली डी ई नीरज कुचिया,एवं जेई दर्शिका डंबरे के निर्देशन पर कटवा दी गई प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला है कि ग्राम के कुछ परिवारों का एक ₹1000 से लेकर 500 के आसपास बिल बकाया है एवं कुछ परिवारों का पूर्ण रूप से बिल चुकता है किंतु अधिकारियों के निर्देशन पर पूरे गांव की ही लाइट 2 दिन से कटवा दी गई जब इस बारे में अंकित तिवारी द्वारा जेई से संपर्क किया गया तो उनका हिटलर शाही से कहना था कि डी साहब का निर्देश है कि जब तक पूरे ग्राम के लोग बिल जमा नहीं करते पूरी लाइट कटी रहेगी।
जब डी साहब से इस बारे में जानकारी ली गई तो उनका कहना है की जिन का बिल चुकता है उनकी लाइट जोड़ दी जाएगी आप उनकी बिल चुकता की रशीद दिखा दीजिए जिस पर उनको रशीद दिखाई गई लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसके चलते पूरे गांव में अंधेरा छाया हुआ है और जनता त्रस्त है।
ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना की वजह से आर्थिक रूप से हम कमजोर हो चुके है हजार एवं ₹500 बिल इतनी बड़ी रकम नहीं है जिस पर लाइट काट दी जाए।
एवं जिन के बिल जमा है उनकी लाइट तो चालू की जाए जिसकी शिकायत उन्होंने 1912 पर शिकाय नंबर 3058505 है एवम केयर बाय कलेक्टर पर भी की लाइट ना होने की वजह से ही गांव में पानी की किल्लत, बढ़ती डेंगू की बीमारी, बच्चों की ऑनलाइन क्लास, अन्य चीजों पर असर पड़ रहा है
आपको बता दें कि पाटन क्षेत्र एवं विद्युत विभाग का यह कोई पहला मामला नहीं है संबंधित क्षेत्र के अधिकारी एवं उनके ऐसे अनोखे फरमान आए दिन रोज निकलकर सामने आते हैं एवं अघोषित बिजली कटौती और अनाप-शनाप बिल से जनता त्रस्त है समय पर अधिकारी फोन नहीं उठाते। जिसको लेकर आए दिन बिजली ऑफिस का खेराव एवं आंदोलन प्रदर्शन होता रहता है।
एवं उच्च स्तरीय अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी है फिर भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती।
ग्रामीणों का कहना है कि 2 दिन से लाइट बंद है अगर बिजली पुनः सुचारु रुप से चालू नहीं की जाती तो वह स्वयं बिजली जोड़ने का कार्य करेंगे इस दौरान अगर कोई भी अनहोनी होती है तो उसका जिम्मेदार संबंधित विभाग और अधिकारी रहेंगे।