आज आई एम ए जबलपुर के कॉन्फ्रेंस हॉल में जबलपुर डायबिटिक के सीनियर डॉक्टर परिमल स्वामी तथा डॉक्टर अभिषेक श्रीवास्तव द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में देश की वयस्क जनसंख्या का लगभग 25% डायबिटीस और प्रीडायबिटीस से ग्रस्त है। हृदयरोग, लकवा, किडनी रोग, अद्यत्व के पीछे भी डायबिटीस का होना एक महत्वपूर्ण कारण है। चूंकि प्रारंभ में डायबिटीस के कोई लक्षण नहीं होते अतः डायबिटीस से ग्रसित मरीज बिमारी की उपस्थिति से अनिभिज्ञ रहते हैं।
डायबिटीस के घातक प्रभावों की भी कोई चेतावनी नहीं रहती और बहुत बार डायबिटीस के स्थायी कुप्रभाव होने के बाद ही मरीज को इसका पता चलता है। संसाधनों एवं जानकारी की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में डायबिटीस एवं उसके स्थायी कुप्रभावों (कॉम्पलीकेशन) शहरों की तुलना में अधिक पाये जाते हैं। इसी के मद्देनजर विलेज एडॉप्शन प्रोग्राम रोड मैपिंग जबलपुर से शुरुआत कर रहे हैं।
कल इसका शुभारंभ 20 गांव को एडोपट करने की प्रक्रिया में वहां के जनप्रतिनिधि, समाज सेवा समिति, लोकल डॉक्टर के सहयोग से होगा। इस प्रोग्राम को सहयोग रिसर्च सोसाइटी एजुकेशन ऑफ इंडिया जोकि विश्व की दूसरे नंबर की संस्था, इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस, जबलपुर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, एम एच, होम साइंस कॉलेज का न्यूट्रीशन विभाग, प्राइमरी हेल्थ केयर हॉस्पिटल, एवं अविरल ऊर्जा फाउंडेशन कर रही है।
इसका शुभारंभ रविवार सुबह प्रातः 10:00 बजे डॉक्टर बी एम मककर के साथ दीदी ज्ञानेश्वरी जी, महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक एवं पूर्व मंत्री अजय विश्नोई, डॉ राजेश धीरावनी, डॉ पवन स्थापक, डॉ अखिलेश गुमास्ता, म प्र आर एस एस डीआई के अध्यक्ष डॉ सुबोध बांझाल, डॉ अमरेंद्र पांडे डॉ अविजित विश्नोई के साथ शहर के गणमान्य चिकित्सक एवं नागरिक उपस्थित रहेंगे।
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