दमोह के जबेरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत डूमर के बड़गुवां गांव का दशकों पुराना तालाब तेज बारिश के चलते फूट गया। जिस से तलब के पास रहने वाले लोगों के घर में पानी भर गया ग्रामीणों का कहना है कि कुछ दिन पहले की तालाब का जीर्णोद्धार का कार्य कार्य गया था इसके बाद भी तालाब फुट गया।ग्रामीणों का आरोप है कि दशकों पहले बने तालाब की मरम्मत समय रहते नहीं की गई और अब करीब सात लाख की लागत से मनरेगा योजना के तहत तालाब जीर्णोद्धार का कार्य स्वीकृत किया गया।
ग्राम पंचायत के द्वारा तालाब जीर्णोद्धार कार्य मानसून टाइम पर करने की वजह से पहली बारिश का जल भराब तालाब सहन नहीं कर पाया और तालाब फूट गया। जबकि तालाब का जीर्णोद्धार कार्य शुरू ही हुआ था और तेज बारिश हो गई। जिसकी वजह से बंध सुधार कार्य सहित पिचिंग, पक्का वेस्टवीयर कार्य होना अभी शेष है।
उपयंत्री आरके जैन ने बताया पुराने तालाब का जीर्णोद्धार कार्य प्रगतिरत था और बारिश हो गई और तालाब फूट गया। अभी तालाब जीर्णोद्धार कार्य महज 25 प्रतिशत ही हुआ है। शेष बंध सुधार, पिचिंग, पक्का वेस्टवीयर कार्य शेष है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा पुराने तालाब का जीर्णोद्धार कार्य ठेकेदार वीरेंद्र राय को ठेके पर दे दिया गया था।
जिनके द्वारा मशीनों से मनरेगा का कार्य करवाया गया था और समय पर जीर्णोद्धार कार्य शुरू नहीं हुआ और बारिश के पहले जीर्णोद्धार कार्य में मशीनों से की गई खुदाई के चलते तालाब का बंध कमजोर हो गया था। जैसे ही बारिश हुई और तालाब में जलभराव होते ही एक साइड से बांध फूट गया और पूरा पानी बह गया। जिससे आने वाले समय में लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ेगा।
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