जनपद पंचायत निवास के अधिकारियों के सर में छत नहीं, योजनाओं के नाम पर विकास के हो रहे बड़े बड़े दावें..
जर्जर बिल्डिंग में लग रही जनपद,नई बिल्डिंग के नाम से निकली गई लाखों की राशि,आखिर कौन है इसका जिम्मेदार….
सभी के चेहरे खामोश आ रहे नजर..
निवास।आलेख तिवारी।शासन की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने वाले अधिकारी भ्रष्ट हो रहे है, वे शासन के पैसों की होली खेलकर तोड़ रहे कुर्सियां। एक तरफ शासन देश के विकास को बढ़ाने के लिए दम लगाएं हुए,जनता के लिए नई योजनाएं का क्रियान्वयन कर रही है। दूसरी तरफ भ्रष्टाचार ने विकास की कमर तोड़े हुए है।
अभी तक तो निवास जनपद पंचायत की कुछ पंचायतों के भ्रष्टाचार उजागर हो रहे थे, पर अब तो जनपद पंचायत ही भ्रष्टाचार के घेरों पर खड़ी हुई है।
जनपद पंचायत ही भ्रष्टाचार की जन्मदाता बनी हुई है, यहां पर बैठे अधिकारियों की शह पर ही पंचायतों में भी बड़े-बड़े भ्रष्टाचार हो रहे।
आपको बता दें की निवास जनपद पंचायत की नई बिल्डिंग होने के बाद भी कई वर्षों से जनपद पंचायत पुरानी खंडहर हो चुकी बिल्डिंग में ही संचालित हो रही है, जहां पर बैठे अधिकारी अपनी जान हथेली पर रख कार्य कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक विगत दो वर्षों से जनपद पंचायत निवास का कार्यालय भवन जीर्ण-शीर्ण जर्जर होने के कारण बीआरसी भवन के नजदीक जनपद पंचायत की नई नवेली दुल्हन की तरह तैयार खड़ी बिल्डिंग में कार्यालय शिफ्ट किया जाना सुनिश्चित था।
पर विगत दो वर्षों से तीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी आये और अपनी नौकरी बजा कुर्सी तोड़ कर चले गए तो वहीं इस बीच गोविल,वत्सला शिवहरे, सैय्याम द्वारा बीआरसी भवन की मरम्मत में लाखों रुपए की राशि सिर्फ खर्च की गई। किंतु अभी तक वहां कार्यालय शिफ्ट नहीं किया गया है। पुराने जीर्ण-शीर्ण, जर्जर भवन में ही कार्यालय संचालित किया जा रहा है, जहां कर्मचारियों एवं नागरिकों को जान-माल का खतरा उनके सरों पर मंडरा रहा है। साथ ही कार्यालय के अभिलेख भी खराब हो रहे हैं और कर्मचारियों को बिल्डिंग जर्जर हो जाने की वजह से बैठने की व्यवस्था नहीं है।
कुछ पल की हुई बारिश मे जीर्ण-शीर्ण, बिल्डिंग ने अपने हालात बयां कर करते हुऐ इस तरह आंसुओं की नदियां बहाई की सारे कमरे जलमग्न होकर छलक उठे कमरों ने अधिकारियों को कुर्सी उठाकर बरामदे मे बैठ कामकाज करने के लिए मजबूर कर दिया।
वहीं सत्तापक्ष धारी जनपद पंचायत अध्यक्ष बाल कन्हैया भवेदी ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुऐ कहा की जनपद पंचायत निवास की नई बिल्डिंग होने के बाबजूद भी भृष्ट अधिकारियों की वजह से जर्जर हो चुकी है, बिल्डिंग मे अपनी जान हथेली पर रख कर्मचारी अपना काम कर रहे है। वहीं इसके पहले जनपद पंचायत निवास में तीन-तीन सीईओ आकर चले गए और सिर्फ बिल्डिंग मरम्मत के नाम लाखों रुपए की राशि बंदरबांट तो की गई पर आज तक जनपद कार्यालय नई बिल्डिंग में शिफ्ट नहीं हो सका।