सीएम शिवराज ने किया हर घर तिरंगा अभियान का शुभारंभ, याद दिलाया-विलीनीकरण का आंदोलन
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के डाकघर में तिरंगा फहराया। उन्होंने बताया कि डाकघर का विशेष महत्व है। भोपाल के नवाब ने अपनी रियासत का भारत में विलय करने से इंकार कर दिया था। भोपाल की जनता सडक़ों पर निकल चुकी थी। विलीनीकरण का आंदोलन चल पड़ा था। यह आंदोलन लंबा चला। सबसे महत्वपूर्ण घटना थी कि इस जुमेराती पोस्ट ऑफिस में तिरंगा फहराया गया। आजादी के दीवानों ने यहां झंडा फहराया। इस दौरान यहां गोली चली, तो क्रांतिकारी भी शहीद हो गए। लेकिन आंदोलन नहीं थमा और यह अनवरत चलता रहा। उन्होंने तिरंगे झंडे का महत्व बताते हुए कहा कि लोग हंसते-हंसते सीने पर गोलियां खाते थे। एक गिरता था, तो दूसरा वह झंडा थाम लेता था। इन्हीं बलिदानियों की याद में तिरंगा फहराना है।
मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक जुमेराती पोस्ट ऑफिस पर गणमान्य साथियों के साथ ध्वजारोहण किया। उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था। आजादी का यह 75वां वर्ष है, लेकिन भोपाल रियासत के तत्कालीन नवाब ने भारत में भोपाल को विलय करने से मना कर दिया था। अनेक क्रांतिकारियों और नागरिकों ने भारत में भोपाल के विलीनीकरण के लिए आंदोलन चलाया। इस आंदोलन में अनेक लोग शहीद हुए, मैं उन वीर शहीदों के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। अंतत: लंबे संघर्ष के बाद 1 जून 1949 को भोपाल का भारत में विलय हो गया। भोपाल के विलीनीकरण से पूर्व ही भोपाल के इस ऐतिहासिक जुमेराती पोस्ट ऑफिस पर क्रांतिकारियों ने तिरंगा फहराया था। आप सबसे आग्रह करने आया हूं कि हम सब अपने-अपने घरों और दुकानों पर भी तिरंगा फहरायेंगे। आप सभी तिरंगा फहरायें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें और देशभक्ति के भाव से भरकर राष्ट्र एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य करें।