देशभर में बैंक बुजुर्गों के पास जा रहीं, यहां लकवा ग्रस्त बुजुर्ग टांगकर बैंक लाए जा रहे
जबलपुर। दीवाली के त्यौहार में इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र के गरीब हितग्राहियों को खरीदी के लिए पैसों की अत्यंत आवश्यकता है। उनके पास आवक का एकमात्र सहारा सरकार द्वारा दी जा रही पेंशन, जिसे लेने के लिए बुजुर्गों, गरीब हितग्राहियों को 2 से 3 दिनों तक कहीं नेटवर्क तो कहीं सर्वर का बहाना बनाकर बेवजह परेशान किया जा रहा है। इसी बात को लेकर कुशनेर स्थित इंडियन बैंक के सामने कुशनेर ओर मोहनिया सरपंच ने बैंक के सामने हितग्राहियों की समस्याओं को लेकर धरना शुरू कर दिया। पनागर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम कुशनेर में संचालित पूर्व इलाहाबाद बैंक जो कि अब इंडियन बैंक में तब्दील हो चुकी है। यहां कुशनेर, मोहनिया, पिपरिया, पठरा उमरिया, बडख़ेरा, बडख़ेरी, बड़ेरा सहित आसपास के कई गांव जुड़े हैं जिनमे हजारों लोगों के खाते हैं।, जिनमे हितग्राहियों के मनरेगा, वृद्धावस्था पेंसन, विधवा पेंसन सहित अन्य राशियां आती हैं।
हितग्राहियों ने बताया कि पूर्व में इलाहाबाद बैंक रहते उक्त बैंक में लोगों को खाते से अपनी राशि निकलवाने में कोई दिक्कतें नही होती थी, पर जबसे उक्त बैंक इंडियन बैंक में तब्दील हुआ तो बैंक मैनेजर भी बदल गया, इसके बाद से हितग्राहियों को अपना खुद की राशि निकलवाने के लिए सुबह से शाम तक इंतजार करना पड़ रहा है, यहां उपस्थित परेशान हितग्राहियों ने बैंक परिसर के सामने ही संवाददाता से बताया कि बैंक कर्मचारियों द्वारा उनके साथ किस तरह से धोखाधड़ी भी की जा रही है, कुल 600 रु पेंसन आती जिसे लेने 3 दिन बैंक के चक्कर लगाना पड़ता है, यहां तक कि लकवा पीडि़त बुजुर्गों को भी बैंक में बिना सामने आए पैसा नही दिया जा रहा है, आज कुशनेर, मोहनिया के सरपंचों ने परेशान हो रही जनता की समस्याओं को देखते हुए आगामी 7 नवम्बर को बैंक के सामने धरना करने का अल्टीमेटम दिया है।