Homeमध्यप्रदेशजबलपुर में फिर सहारा पैराबैंकिंग कंपनी के खिलाफ फूटा गुस्सा

जबलपुर में फिर सहारा पैराबैंकिंग कंपनी के खिलाफ फूटा गुस्सा

कांग्रेस के साथ सैकड़ों निवेशकों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश की, विधायक विनय सक्सेना, नगर अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह और प्रदेश महासचिव सौरभ शर्मा ने की अगुवाई
जबलपुर। जबलपुर में एक बार फिर सहारा पैराबैंकिंग कंपनी के खिलाफ निवेशकों का गुस्सा फूटा है। कांग्रेस के साथ सैकड़ों निवेशकों ने रैली निकालकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश की जिन्हें पुलिस ने घंटाघर में ही रोक लिया। प्रदर्शन के दौरान निवेशकों और पुलिस की हल्की झड़प भी हुई। सहारा कंपनी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना नगर अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह अन्नू और कांग्रेस प्रदेश महासचिव सौरभ शर्मा भी मौजूद रहे।
जबलपुर में 700 करोड़ रु का हुआ है सहारा में निवेश
जबलपुर में सहारा कंपनी पर निवेशकों ने बड़े ही विश्वास के साथ पैसे लगाए थे। लेकिन उन्हें कंपनी से धोखा मिला। जबलपुर में हजारों निवेशकों ने लगभग 700 करोड़ रु निवेश किया है। कंपनी एजेंट बताते है कि निवेशक अब उन्हें परेशान कर रहे हैं। कई बार तो घर आकर धमकी भी दी जा रही है। दुर्गा वर्मा ने बताया कि उसके 20 लाख रुपए स्वयं के, जबकि बहुत से लोगों से भी उसने रुपए लेकर सहारा में जमा करवाए थे जो कि उसे नहीं मिल पा रहे हैं।
एक हफ्ते का दिया अल्टीमेटम
कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। विनय सक्सेना ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर अगर राज्य सरकार और जिला प्रशासन सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों के रुपए वापस नहीं करवाती है तो आने वाले समय में ना सिर्फ उग्र आंदोलन किया जाएगा बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों को चूडिय़ां भी भेंट की जाएंगी।
छत्तीसगढ़ की सरकार ने उठाया है प्रभावी कदम
कांग्रेस प्रदेश सचिव सौरभ शर्मा की मानें तो छत्तीसगढ़ सरकार ने सहारा कंपनी के खिलाफ त्वरित कदम उठाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई नतीजन निवेशकों को कंपनी ने रुपए देना शुरू कर दिया है, जबकि मध्यप्रदेश सरकार इस ओर ध्यान नहीं दी रही है जिससे साफ जाहिर होता है कि सहारा पैराबेकिंग कंपनी को मध्य प्रदेश सरकार का

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