हाईकोर्ट की फटकार के बाद आनन फानन में रवाना की पैसेंजर ट्रेन..यहां के लोगों को सुविधा
जबलपुर। कोरोना काल के चलते जबलपुर-नैनपुर पैसेंजर ट्रेन को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था लेकिन जब सब कुछ सामान्य हो गया तो पुन: यात्रियों की मांग इस ट्रेन को लेकर उठने लगी। इस ट्रेन को लेकर हाई कोर्ट ने भी संज्ञान लिया था और कहा था कि केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह और सांसद राकेश सिंह को भी केस में पक्षकार बनाया जाए। लिहाजा हाईकोर्ट की फटकार के बाद आननफानन में मंत्रालय ने 11 फरवरी को इस पैसेंजर ट्रेन चलाने की एक घोषणा कर दी थी, पर माननीय के इशारे पर यह ट्रेन 24 घंटे बाद 12 फरवरी को दोपहर जबलपुर से नैनपुर के लिए रवाना हुई। ट्रेन शुरू होने से जबलपुर, बरगी, घंसौर और नैनपुर से जुड़े गांवों के लोगों को बड़ी सुविधा मिल गई है।
वर्चुअल जुड़े केंद्रीय रेल मंत्री और अन्य मंत्री, सांसद
जबलपुर नैनपुर पैसेंजर ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और जबलपुर सांसद राकेश सिंह वर्चुअल रूप से जुड़े। इस दौरान इस ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर 1 से रवाना करने के लिए भाजपा नेता सहित रेलवे के अधिकारी रहे। जबलपुर मंडल के एडीआरएम दीपक गुप्ता ने बताया कि इस ट्रेन के शुरू हो जाने से आम यात्रियों को काफी हद तक राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इस ट्रेन को शुरू करने की मांग उठ रही थी।
महज चंद यात्रियों को लेकर रवाना हुई जबलपुर-नैनपुर पैसेंजर ट्रेन
जबलपुर नैनपुर पैसेंजर ट्रेन को यहां से रवाना होना था, पर कुछ माननीय के इशारे पर इस ट्रेन को 24 घंटे बाद रवाना किया गया। जानकारी के मुताबिक 7 सवारी और 2 एसएलआर सहित 9 डिब्बों की ट्रेन में महज 5 से 10 यात्री रवाना हुए हैं। हालांकि रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि पहला दिन था इस वजह से यात्री बहुत कम आए थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि ट्रेन को रवाना करना था तो फिर 24 घंटे क्यों विलंब किया गया। वहीं यह भी बात सामने आ रही है कि इस ट्रेन को पुन: शुरू करने के लिए रेलवे ने प्रचार-प्रसार नहीं किया।