भारत सरकार में मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बीते दिन दिल्ली से ग्वालियर पहुंचें। जहां वह सबसे पहले दिवगंत पत्रकार अतुल राठौर के घर पहुंचें कर परिजनों से मुलाकात करते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इतना ही नहीं उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाते हुए कहा कि वह उनकी बेटी की पढ़ाई का पूरा खर्चा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि ये मेरी ज़िम्मेदारी है। आप चिंता मत करो, आप मेरे परिवार के हो। जो भी हो सके हम करेंगे, आप अपना और परिवार का ख़्याल रखना।
जानकारी के मुताबिक, 16 तारीख को घर लौटते वक्त एक दुर्घटना में पत्रकार अतुल की मृत्यु हो गई। दरअसल, वह बाइक से रात के समय अपने घर जा रहे थे। लेकिन रास्ते में खुले चैंबर में बाइक का पहिया घुस गया और वह उछाल कर सड़क पर जा गिरे। जिसकी वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। ऐसे में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
ऐसे में परिजनों ने पीडब्ल्यूडी ठेकेदार सहित नगर निगम अफसरों पर कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन नगर निगम के अफसरों पर तो कोई कार्यवाई नहीं हुई लेकिन पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार को जिम्मेदार माना गया है। इतना ही नहीं हजीरा थाना पुलिस ने पत्रकार की मौत के तीन दिन बाद एफआइआर दर्ज की है।
आपको बता दे, वह ग्वालियर के पुरानी छावनी इलाक़े में लोहार के मोहल्ले में रहते हैं। वह अपने पीछे अपने माता पिता, पत्नी और बेटी को छोड़ गए। उनकी मौत की खबर सुन कर सभी ने शोक जताया।
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