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युवा नीति : मप्र में बेरोजगारों के लिए नई योजना, सिंगापुर की तर्ज पर महानगरों में होगा ये काम

  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने के यूथ महापंचायत को किया संबोधित

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूथ महापंचायत को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज शहीद दिवस है। आज के दिन भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू शहीद शहीद हुए थे। आज हमने अपने बच्चों के यूथ पॉलिसी बनाई है, हमारे पास 10000 सुझाव आये हैं। भाजयुमो ने, एबीवीपी ने भी युवाओं से सुझाव लिये। सीएम ने कहा कि हम महीने एक दिन रोजगार दिवस होता है उसमें ढाई लाख बच्चों को लोन सेंशन होता है। कई बच्चे बेरोजगारी से परेशान हैं। कुछ विपक्ष के लोग कहते हैं रोजगारी भत्ता दे दो, कुछ राज्यों की मैंने नीति देखी ऐसे नियम लगा देते हैं जिससे सबको भत्ता न मिल सके। बेरोजगारी भत्ता कुछ राजनीति दलों की बेईमानी है। चिड़िया अपने बच्चों को हौंसला नहीं देती पंख देती है। मध्यप्रदेश सरकार जितने भी बेरोजगार बेटी-बेटी हैं, 12वीं के बाद व इसके अलावा भी जिन्हें लगता है कुछ तो सहारा मिल जाये। उनके लिए मैं योजना की घोषणा कर रहा हूं मुख्यमंत्री युवा कौशल योजना। हमने यह तय किया है कि अलग-अलग उद्योग में, सर्विस सेक्टर में, चार्टेड अकाउंटेड, ट्रेड, इंडस्ट्री, तकनीकि सेक्टर में हम युवाओं को ट्रेनिंग दिलाने का काम करेंगे, और ट्रेनिंग के दौरान उन्हें 8 हजार रुपए महीना दिया जाएगा।
कर्मकांड नहीं है, यह जिंदगी बनाने का विनम्र प्रयास
शिवराज ने कहा कि हमने व्यापक पैमाने पर विचार-विमर्श किया और हमने फिर यह युवा नीति बनाई है। यह केवल कर्मकांड नहीं है, यह तुम्हारी जिंदगी बनाने का विनम्र प्रयास किये हैं। शहीद दिवस पर हमने जानबूझकर यूथ पंचायत रखी है, शहीद चंद्रशेखर आजाद की 116वीं जन्म जयंती पर हमने पिछले वर्ष यूथ महापंचायत आयोजित की थी। भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू जी के शहीदी दिवस पर हम फिर यूथ पंचायत कर रहे हैं। ये आज का भारत है। प्रधानमंत्री ने आपको अमृत पीढ़ी कहा है। तुम अपने मम्मी-पापा के बेटा-बेटी तो हो ही, तुम प्रदेश और देश के भी बेटा-बेटी हो।
नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम बताया, लेकिन क्रांतिकारियों को भुला दिया
सीएम ने कहा कि भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंका। भगत सिंह चाहते तो भाग सकते थे, उनके साथियों ने उन्हें जेल से भगाने के लिए योजना बनाई। जब उन्हें पता चला तो वह गुस्सा हो गये, बोले- भगत सिंह को कायर समझते हो। फांसी लगेगी तो एक भगत सिंह मर जाएगा लेकिन उसके लहू से हजारों भगत सिंह पैदा होंगे। उनमें मौत का खौफ नहीं, मरने का डर नहीं। वो हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गये। मेरे मन में एक तकलीफ है, आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने हमें सिर्फ एक परिवार के बारे में बताया। नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम बताया गया लेकिन हम भूल गये चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, झांसी की रानी को, सुखदेव, राजगुरू को, वीर सावरकर को, टंटया मामा को, कुंवर सिंह को हमने भुला दिया। सीएम ने कहा कि इस देश को आजादी को इतिहास तक ढंग से नहीं पढ़ाया गया। मैं धन्यवाद देता हूं प्रधानमंत्री को जिन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव में देश के लिए मरने वालों का परिचय हमें कराया।
सिंगापुर की तर्ज पर स्किल ग्लोबल पार्क बना रहे
सीएम ने कहा कि भोपाल में सिंगापुर की तर्ज पर स्किल ग्लोबल पार्क बना रहे हैं, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर में भी ग्लोबल स्किल पार्क बनाएंगे, जिससे गुणवत्तापूर्ण व्यवसायिक शिक्षा हमारे युवाओं को मिल सके। रोजगार के लिए सरकारी नौकरियां, इस साल 1 लाख 24 हजार पदों पर हम भर्तियां कर रहे हैं। 50 हजार भर्तियां हो गई हैं। निवेश से रोजगार- अभी इंवेस्टर समिट हुआ था जिसमें 15 लाख 42 हजार 550 करोड़ का निवेश आया, उससे 29 लाख नये रोजगार सृजित होंगे। जिनकी पढ़ाई पूरी हो गई है, उनके लिए हमने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना बनाई है, 1 लाख से 50 लाख तक लोन बैंक देगा, उसकी गारंटी सरकार लेगी। सब्सिडी भी सरकार देगी। इनके इंजीनियरिंग, मेनेजमेंट, अस्पताल, अस्पताल, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, चार्टेड अकाउंटेड, मीडिय-कला, कानून-विधि के क्षेत्र में। बेरोजगारी भत्ते से काम नहीं चलता हम एक पोर्टल बनाएंगे, हम बच्चों को वो सिखाएंगे जिसकी इंडस्ट्री को जरूरत होगी। जब वो सिखाएंगे तो हम कम से कम 8000 रुपए तो देंगे, कंपनी अलग से पैसा देगी। 8000 रुपए मिलेंगे लेकिन यह काम सीखने के मिलेंगे, हमारी कोशिश होगी कि उसे वहीं या अन्य जगह नौकरी मिल जाये, जिससे उसे भठकना न पड़े। 1 जून से हम इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे। हम उन संस्थानों का नाम भी डालेंगे जिन्हें जॉब देना है।

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