- त्रिपुरी वार्ड के शास्त्री नगर में कार्रवाई के लिए तैयार था नगर निगम अमला, घर उजड़ने से बचाने पहुंचे अन्नू
- हजारों नागरिकों को मिली राहत, अवैध कॉलोनी के मकानों को तोड़ने पहुंचे अमले को महापौर ने रोका
- महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ ने निगमायुक्त को पत्र लिखकर जनहित में वस्तुस्थिति से कराया अवगत
जबलपुर। ऐसा कम ही होता है कि नगर निगम की कार्रवाई हो और महापौर, अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष उसके विरुद्ध खिलाफ खड़े हो जाएं और अतिक्रमण जैसी कार्रवाई का विरोध करने के लिए अड़ जाएं। जबलपुर में ऐसा हुआ है, जहां जिला एवं निगम प्रशासन की टीम पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के त्रिपुरी वार्ड स्थित शास्त्री नगर अवैध कॉलोनी में बने मकानों को तोड़ने पहुंची। शहर के प्रथम नागरिक और महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने तत्काल निगमायुक्त शेर सिंह मीणा से बातचीत की और पत्र लिखकर सभी भवन स्वामियों को पर्याप्त सुनवाई का अवसर प्रदान करने आग्रह किया। लेकिन प्रशासन ने पत्र को देरी से संज्ञान में लिया और मौके पर अफरातफरी मची रही। भवन स्वामियों का घर उजड़ने से बचाने के लिए महापौर, नगर निगम अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष मौके पर पहुॅंचे और प्रशासन की कार्रवाई को रूकवाया।
कर्ज लेकर बनाए मकान, कागज भी पूरे
महापौर ने बताया कि शास्त्री नगर में भवन स्वामियों के द्वारा रजिस्ट्री के उपरांत पी-1, पी-2 की कार्यवाही पूर्ण करते हुए कमानों का निर्माण किया गया है। अधिकांश मकानों पर अभी भी बैंक का लोन बकाया है और लोगों ने अतिरिक्त रूप से भी कर्ज लेकर मकान बनाए हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित बिल्डर्स की भी जांच होनी चाहिए और भवन स्वामियों को भी पर्याप्त सुनवाई का अवसर प्रशासन को प्रदान करना चाहिए।
परीक्षाएं चल रहीं, बेघर करना ठीक नहीं
महापौर ने यह भी बताया कि वर्तमान समय में बच्चों की परीक्षाएं चल रहीं है और ऐसी स्थिति में यदि प्रशासन जिद्द करके कोई अप्रिय कार्यवाही करता है तो सैंकड़ो बच्चों का भविष्य खराब होगा। इन सब मानवीय पहलूओं पर प्रशासन को विचार करने और सभी को सुनवाई का मौका देते हुए पूरे प्रकरणों पर जांच कराए जाने की जरूरत है। महापौर ने प्रशासन से यह भी कहा कि जबतक विस्तृत जॉंच पूरी नहीं हो जाती है तब तक वहॉं किसी प्रकार की कोई अप्रिय कार्यवाही न करने का अग्रह भी किया है।
नोटिस जारी किया, तैयार खड़ा था बुलडोजर
प्रशासन द्वारा पूर्व में सभी भवन स्वामियों को मकान तोड़ने संबंधी नोटिस जारी किया गया था, जिसपर अवैध कॉलोनी में निर्मित मकानों को तोड़ने टीम पहुंच भी गई। बताया गया कि बुलडोजर भी तैयार खड़ा था। आदेश मिलते ही मकानों को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू हो जाती। लेकिन तभी महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’, निगमाध्यक्ष रिंकू विज, नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल, एम.आई.सी. सदस्य शेखर सोनी, मनीष पटैल, सुनीलपुरी गोस्वामी, चिन्टू चौकसे, सौरभ नाटी शर्मा आदि पहुंच गए। बहरहाल अभी राहत तो मिल गई, लेकिन कार्रवाई की तलवार अभी लटकी हुई है। ऐसे में जरूरी है कि उन पीड़ितों को न्याय मिले, जिन्होंने लाखों रूपए खर्च कर मकान बनाए हैं और बैंकों का लोन भी चल रहा है।