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कुलपति ने कहा-झक मार रहा हूं, छात्र बोले-इस्तीफा दो और घर जाओ.. पढ़ें क्या है मामला

छिंदवाड़ा। तत्कालीन मुख्यमंत्री व छिंदवाड़ा से सांसद रहे कमल नाथ ने अपने कार्यकाल में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय शुरू कराया था। इससे छात्रों को तो सहूलियत मिली ही, आसपास के बालाघाट, सिवनी समेज कई जिले भी इस विश्वविद्यालय से जुड़ गए और जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय पर निर्भरता कम हुई। लेकिन अब छात्र यहां के कुलपति से परेशान हैं। एक वीडियो वायरल हुआ है कि जिसमें कुलपति एमके श्रीवास्तव कहते नजर आ रहे हैं कि मैं यहां झक मार रहा हूं.. मुझे हटवा दो। एनएसयूआई नेताओं ने भी झट से कह दिया-इस्तीफा दे दो। काफी देर तक छात्रों और कुलपति में बहस हुई।
अनुमति नहीं दी तो बढ़ा विवाद
दरअसल छिंदवाड़ा की टीम को विश्वविद्यालय स्तर में खेलने की अनुमति नहीं मिली दी गई थी। इसी को लेकर छात्र नेताओं और कुलपति एमके श्रीवास्तव के बीच विवाद की स्थिति बन गई। हालत बिगड़ी तो मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। एक छात्र नेता ने कहा कि आप यहां पर क्या कर रहे हो, तो कुलपति ने गुस्से में कह दिया कि मैं यहां झक मार रहा हूं। इसके बाद छात्र नेता भडक़ गए। एनएसयूआई अध्यक्ष अजय ठाकुर ने तपाक से कह दिया कि तो फिर इस्तीफा दे दो। इस पर कुलपति एमके श्रीवास्तव ने कहा कि मुझे हटवा दो। अजय ठाकुर ने भी कह दिया इस्तीफा दो और घर जाओ। उन्होंने कहा कि ये विश्वविद्यालय कमल नाथ की देन है। हम इस विश्वविद्यालय को मजाक का विषय नहीं बनने देंगे। हम आपसे सभ्यता से बात कर रहे हैं तो आप भी पद की गरिमा रखिए। कुलपति ने कहा कि आप कितनी सभ्यता से पेश आ रहे हो, ये दिख ही रहा है। छात्र नेताओं और कुलपति के बीच करीब आधा घंटे विवाद होता रहा। इसके बाद पुलिस ने बीच बचाव किया। कुलपति एमके श्रीवास्तव ने कहा कि कई दिनों से ये छात्र आंदोलन कर रहे हैं। ऐसे में आवेश में आकर उन्होंने ये बात कह दी। बहरहाल किसी ने इसका वीडियो बना लिया और वायरल कर दिया।
यह है विवाद
शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा की टीम को अंतर विश्वविध्यालय प्रतियोगिता में नहीं भेजा गया है। इसे लेकर एनएसयूआई अध्यक्ष अजय ठाकुर ने ज्ञापन दिया। सांसद प्रतिनिधि कन्या महाविद्यालय रेशमा खान ने कहा कि अखिल भारतीय विश्विद्यालय प्रतियोगिता में भाग नहीं लेने दिया जा रहा है जिसके कारण छात्र नाराज हैं। पीजी कॉलेज प्रबंधन द्वारा कहा जा रहा है की विश्विद्यालय स्तर पर स्वीकृति नहीं मिली है।

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