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- माई नेम इज खान, पद्मावती, अकबर-जोधा, पीके, बजरंगी भाईजान.. समेत कई फिल्में हैं, जो विवादित होने के कारण हिट हो गईं
- पद्मावती पर कई प्रदेशों में बवाल हुआ, तोडफ़ोड़ हुई और निर्देशक संजय लीला भंसाली के चेहरे पर कालिख भी पोती गई, फिल्म रिलीज हुई तो सुपर-डुपर हिट हो गई
भोपाल। फिल्म पठान के बेशरम रंग गाने को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। लेकिन यह पहली बार नहीं है, जब बवाल हुआ है। नतीजा यह हुआ कि सभी विवादित फिल्में सफल भी रहीं। माई नेम इज खान, पद्मावती, अकबर-जोधा, पीके, बजरंगी भाईजान.. समेत और भी कई फिल्में हैं, जो विवादित होने के कारण हिट हो गईं। पद्मावती फिल्म पर तो राजस्थान से लेकर कई प्रदेशों में बवाल हुआ, तोडफ़ोड़ हुई और निर्देशक संजय लीला भंसाली के चेहरे पर कालिख भी पोती गई, लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो सुपर-डुपर हिट हो गई। कुछ ऐसा ही माई नेम इस खान के साथ भी हुआ। बवाल अमेरिका में हुआ और इसका पूरा फायदा फिल्म को हिंदुस्तान में मिला।
आखिर क्यों है पठान पर बवाल..
दरअसल फिल्म पठान 23 जनवरी 2023 को रिलीज होना है। लेकिन महीने भर पहले ही इस पर पूरे देश में बवाल है। दरअसल इसका एक गाना बेशरम रंग.. हिंदूवादी संगठनों को रास नहीं आ रहा है। इस पर भी फिल्म की एक्ट्रेस ने भगवा रंग के भडक़ाऊ कपड़े पहने हैं। तो फिर क्या था हिंदूवादी संगठनों का गुस्सा भडक़ उठा। राजनेताओं से लेकर संतों को भी यह बात नागवार गुजरी। भले ही फिल्म या गाने का मकसद किसी की भावनाएं भडक़ाना न हो, लेकिन लोगों ने तो शाहरूख खान की इस मूवी का विरोध करना शुरू ही कर दिया है। मप्र के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी कह चुके हैं कि इस फिल्म को मप्र में रिलीज होने नहीं दिया जाएगा। हो सकता है अन्य प्रदेशों में भी इसी तरह के कदम उठाए जाएं। या फिर यह भी हो सकता है कि बिना पैसा खर्च किए भरपूर प्रचार मिलने के बाद निर्माता-निर्देशक ही वह सीन हटा दें। लेकिन तब तक हर किसी के मन में यही रहेगा कि आखिर फिल्म में है.. चलो देखने चलें।
प्रदीप मिश्रा ने पूछा-क्यों पहने भगवा कपड़े, कमल पटेल बोले-हिंदुस्तान में रहने का अधिकार नहीं
कथाकार पं. प्रदीप मिश्रा ने बैतूल में पत्रकारों से कहा कि इस फिल्म में भगवा कपड़े ही क्यों पहने। ऐसी फिल्मों को तो लोगों को देखना ही नहीं चाहिए। वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि कुछ लोग हिंदू संस्कृति को नष्ट-भ्रष्ट करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को हिंदुस्तान में रहने का अधिकार नहीं है। ऐसे लोगों का बहिष्कार करना चाहिए। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और इनको सजा मिलनी चाहिए।