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खुले आसमान के नीचे सड़ गया हजारों क्विंटल अनाज, जिम्मेदारों को होश नहीं

तिलसानी एमपी वेयरहाउस की हैरत भरी तस्वीरें 

जबलपुर। कुंडम तहसील के तिलसानी एमपी वेयरहाउस की तस्वीर हैरत भरी हैं। यहां खुले आसमान के नीचे करीब 5-6 हजार क्विंटल गेंहू औऱ धान सड़ गया। जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जनता का अनाज अधिकारियों ने सड़ा दिया, जबकि इससे हजारों गरीबों का पेट भर सकता था। जो अनाज जिला प्रशासन ने सड़ाया है, वह 2019 और 2020 का है। हैरत तो यह है कि कलेक्टर ने भी देखकर यहां की अनदेखी कर दी। ऐसे में 2-3 साल से पड़ा अनाज सड़ गया, जो अब किसी काम का नहीं है। हां, शराब बनाने के लिए जरूर इसका उपयोग हो सकता है।
बारिश और धूप से खराब हुआ अनाज
जबलपुर के कुंडम तहसील स्थित तिलसानी गांव के एमपी वेयरहाउस में अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते हजारों क्विंटल गेहूं और धान पूरी तरह से सड़ रहा है। वेयरहाउस में व्यवस्था नहीं होने के चलते खुले आसमान में रखा गेहूं और धान हजारों क्विंटल पूरी तरह से बारिश और धूप से सड़ चुका है। खुले में रखे धान और गेहूं की बोरियां सड़ चुकी हैं। गेहूं के दाने बोरी से निकलकर जमीन पर गिर रहे हैं।
मिट्टी में मिल गई किसानों की मेहनत
गेहूं और धान मिट्टी में तब्दील हो गया है.. लेकिन बड़ी बात यह है कि जिले के कलेक्टर से लेकर तमाम अधिकारियों को कुंडम तहसील के वेयरहाउस में खुले में धान और गेहूं होने की सूचना भी है और उसका निरीक्षण भी कर चुके हैं लेकिन प्रशासन के अधिकारियों ने व्यवस्था करने की कोई भी जहमत नहीं उठाई और करीब 6000 क्विंटल गेहूं और धान सड़ चुका है।
कलेक्टर भी देखकर चले गए
एमपी वेयरहाउस की देखरेख करने वाले सुपरवाइजर मनीष पटेल ने बताया कि धान और गेहूं सडऩे की जानकारी जिले के कलेक्टर से लेकर तमाम विभागीय अधिकारियों को है। लेकिन उसके रखरखाव और बचाव के लिए आज तक कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं.. 2019 और 2020 का रखा गेहूं और धान सड़ रहा है…

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