लता दीदी के निधन से पूरा देश स्तब्ध, अमर हो गई वो सुरीली आवाज
गीतों में ही याद आएंगी स्वर सम्राज्ञी भारत रत्न लता मंगेशकर
जबलपुर। आज हर कोई स्तब्ध है। वर्षों तक अपने गीतों से मंत्रमुग्ध कर देने वालीं भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर का मुंबई में निधन हो गया। लता दीदी के निधन से पूरा देश स्तब्ध है। सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे। लेकिन 6 फरवरी की सुबह उनके निधन का दुखद समाचार मिला। लता दीदी ने वैसे तो एक से बढक़र एक गीत गाए, पूरी दुनिया में उनकी जैसी सुरीली आवाज किए की नहीं थी, लेकिन एक गीत जिसे सुनकर हर भारतवासी के आंखों से आंसू निकल जाते हैं, वह है ऐ मेरे वतन के लोगो, जरा याद करो कुर्बानी। इस गीत को सुनकर तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू भी अपने आंसू नहीं रोक पाए थे। वक्त था 1962 में हुए चीन से युद्ध के बाद का। जब लता दीदी ने इस गीत को गाया तो लोगों ने आभास किया कि किस तरह युद्ध में हमारे वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी और चीन को मुंहतोड़ जवाब भी दिया।
कोरोना से हारीं लता दीदी
लता मंगेशकर को 8 जनवरी को तबीयत खराब होने पर मुंबई के कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से वे आईसीयू में थीं, लेकिन 29 जनवरी को स्वस्थ होने पर उन्हें वेंटीलेटर से हटाया गया। लेकिन फिर उनकी तबीयत 5 फरवरी को बिगड़ी। वे कोरोना संक्रमण की चपेट में थीं। देशभर से दुआएं की जा रही थीं, लेकिन डॉक्टर भी उन्हें बचा नहीं पाए। काल के क्रूर हाथों ने उन्हें हमेशा-हमेशा के लिए हमसे छीन लिया। लेकिन देश के लिए जीने वालीं लता दीदी, अपने मधुर सुरों से सबको मंत्रमुग्ध करने वालीं लता दीदी अब हमारे बीच नहीं हैं। हिट वॉइस की ओर से उन्हें शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि।