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‘जबलपुर में हुए शंखनाद की आग भारत की 62 छावनियों में लगी और कैंट बोर्ड चुनाव हो गए रद्द’

  • कैंट कांग्रेस ने बताई अपनी जीत, पेंटी नाका चौराहे पर केंट कांग्रेस ने कैंट कांग्रेस ने मिठाई वितरण किया
  • पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे ने बताया-कैंट कांग्रेस लड़ रही थी 25000 मतदाताओं की लड़ाई

जबलपुर। छावनी के करीब 35 बगीचा बंगलों वाला क्षेत्र 150 एकड़ भूमि पर बना हुआ है, जहां हजारों मतदाता निवास कर रहे हैं। वार्ड क्रमांक 7 करौंदी में भी करीब 5 हजार वोटर पिछले कई सालों से निवास कर रहे हैं। इन सभी जगहों पर कैंट क्षेत्र के करीब 25 हजार मतदाता निवासी कर रहे हैं। भारत सरकार रक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार 30 अप्रैल 2023 को 57 छावनी परिषदों में साधारण चुनाव की घोषणा की जा चुकी थी, लेकिन कैंट कांग्रेस का कहना था कि 25000 मतदाताओं बंगला बगीचा एरिया के नाम जोड़े जाएं, उसके बाद ही चुनाव कराया जाएं। कैंट कांग्रेस ने उग्र आंदोलन किया और रक्षा मंत्रालय तक अपनी बात रखी। इसके बाद रक्षा मंत्रालय का चुनाव निरस्त का आदेश जारी हुआ। आदेश जारी होने के बाद सभी कांग्रेस कार्यकर्ता पेंटी नाका एकत्रित हो गए और उसके बाद सभी को मिठाई वितरित की।
6 मार्च 2023 को किया था उग्र आंदोलन
पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष अभिषेक चिंटू चौकसे ने बताया कि छावनी परिषद से जो 25000 मतदाताओं के नाम छावनी परिषद की वोटर लिस्ट से काटे गए थे जिसके विरोध में केंट कांग्रेस परिवार एवं समस्त कांग्रेस पार्षदों के नेतृत्व में विशाल उग्र आंदोलन 6 मार्च 2023 को किया था। यह मांग रखी गई थी कि 25000 मतदाताओं के नामो को जोड़कर छावनी में चुनाव कराए जाएं इसका परिणाम यह हुआ कि जबलपुर में हुए शंखनाद की आग भारतवर्ष के 62 छावनियों में लगी। इसके परिणाम स्वरूप सम्मानीय रक्षा मंत्री ने निर्णय लेते हुए 57 छावनी परिषदों के चुनावो को रद्द कर दिया। यह विजय उन सभी 25000 मतदाताओं की जीत है जिनके नाम मतदाता सूची से काटे गये थे। उन्होंने कहा कि कैंट कांग्रेस हमेशा आप सभी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

रक्षा मंत्रालय ने हमारी बात सुनी और चुनाव रद्द कर दिए

चिंटू चौकसे ने बताया कि पिछले कई वर्षों से हमारे पूर्वजों द्वारा यहां पर निवास किया जा रहा है। कई पीढ़ि़यां से यहां पर निवास कर रहे हैं। उसके बावजूद भी 25 हजार बगीचा बंगला एरिया के नाम काटे गए। हम चुनाव के विरोध में नहीं है लेकिन बोर्ड द्वारा 25 हजार बंगला बगीचा एवं कंपाउंड मतदाताओं के नाम काटे गए। हमने पहले भी मांग रखी थी कि कैंट इलेक्ट्रोल रूल 10सी में रेसिडेंस घर है सबके पास हाउस नंबर अलाउड है उसमें ऑर्डिनरी रेसिडेंस साधारण घर जोड़ना है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि कैंट इलेक्ट्रोल रूल में संशोधन किया जाए किया जाए। 25000 मतदाताओं के नाम जोड़े जाएं। इसके बाद कैंट बोर्ड के चुनाव कराया जाएं। रक्षा मंत्रालय ने हमारी बात सुनी और चुनाव रद्द करने के आदेश जारी कर दिए। जश्न के दौरान किरण लखन ठाकुर, अमरचंद बावरिया, अभय नायडू, सौरभ गौतम ,राहुल रजक, राकेश बावरिया, पवन कनौजिया, नीलेश मलिक, अकबर खान, मुन्ना भाईजान, विजय पांडे, राजेश चौबे, सैमुअल जेवियर जब्बार अंसारी आदि कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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