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मंदिर के इतिहास का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा..भगवान को इंसान बनाया, खुद बन बैठे उनके पिता

डिंडौरी। जिले में इस बार खुद भगवान ही फर्जीवाड़े का शिकार हो गए हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की जमीन हथियाने के लिये आरोपी भगवान राधाकृष्ण का पिता बन बैठा और तात्कालीन राजस्व अमले के साथ मिलीभगत कर करीब 30 एकड़ जमीन अपने नाम करवा ली। दरअसल अमरपुर के रामगढ़ स्थित रानी अवंती बाई किला परिसर में श्री राधाकृष्ण मंदिर के नाम से अभिलेखों में 30 एकड़ जमीन दजऱ् थी। वर्ष 1964 तक यह जमीन श्रीराधा कृष्ण मंदिर के नाम से ही थी लेकिन उसके बाद जालसाजों ने राजस्व अमले व अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर बड़ा खेल करते हुए श्रीराधा कृष्ण मंदिर का नाम खसरे से हटा दिया। इतना ही नहीं दस्तावेजों में भगवान श्रीराधा कृष्ण को इंसान बना दिया गया और उनके पिता का नाम दिगंबर दर्ज कर बेशकीमती जमीन चार हिस्सों में बांट दी गई। उक्त जमीन की कीमत 2 करोड़ से अधिक बताई जा रही है जिसे अभिलेखों में हेराफेरी कर वर्ष 2018 -19 में राधाकृष्ण पिता दिगंबर,भगवान पिता दिगंबर,सखाकार पिता दिगंबर,होशियार सिंह पिता दिगंबर के नाम से दजऱ् कर दिया गया था।
ऐसी खुली पोल
फजऱ्ीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब कलेक्टर रत्नाकर झा वीरांगना रानी अवंती बाई के जमीदोज हो रहे रामगढ़ किले को पर्यटन स्थल को विकसित करने की रूपरेखा बना रहे थे। सरकारी दस्तावेजों में यह बड़ा खेल देखकर कलेक्टर भी दंग रह गए और उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम से फजऱ्ीवाड़े की जांच कराई। जांच में गड़बड़ी पाये जाने के बाद प्रशासन ने उक्त जमीन को वापस अभिलेखों में श्री राधाकृष्ण मंदिर के नाम से दजऱ् कर दिया है। रानी अवंती बाई के महल रामगढ़ से जुड़ा मामला होने के कारण मामले को लेकर प्रशासन पूरी गंभीरता बरत रहा है। गौरतलब है कि कलेक्टर रत्नाकर झा मंदिर ट्रस्ट की जमीनों को लेकर विशेष अभियान चला रहे हैं और अब तक उन्होंने जिले भर में आधा दर्जन से अधिक मंदिर की जमीन में की गई मनमानी पर कार्रवाई भी की है।

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