- मध्य प्रदेश के खरगोन में 10वीं में पास कराने वाला एक रैकेट का पर्दाफाश
- सूने मकान में 10वीं का पेपर हल करते 9 लोगों को पकड़ा, इनमें 8 टीचर और अतिथि और सहायक शिक्षक निकले
खरगोन। बोर्ड परीक्षा में नकल कराने बड़ा गिरोह सक्रिय रहता है। हैरत की बात तो यह है कि इसमें शिक्षक तक शामिल हैं। मध्य प्रदेश के खरगोन में 10वीं में पास कराने वाला एक रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। नकल गैंग को पकड़ने गई टीम ने पूरी रात गांव में गुजारी। सुबह परीक्षा केंद्र से कुछ ही दूरी पर सूने मकान में 10वीं का पेपर हल करते 9 लोगों को पकड़ा। इनमें से 8 टीचर और अतिथि और सहायक शिक्षक निकले। जांच के दौरान सभी के मोबाइल पर सामाजिक विज्ञान प्रश्न पत्र का लिया गया फोटो पाया गया। साथ ही उनके पास से 10 सामाजिक विज्ञान की गाइड, जिसके पन्ने फटे हुए पाए गए।
मामला अतिदुर्गम पहाड़ी क्षेत्र सिरवेल के परीक्षा केंद्र का है।
कलेक्टर को लग गई थी रैकेट की भनक
दरअसल, इस तरह के रैकेट की भनक कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा को 6 मार्च को एक मुखबिर के जरिए लगी। कलेक्टर ने इस रैकेट को पकड़ने की रूपरेखा बनाई। इसके मुताबिक जिला मुख्यालय से एसडीएम और शिक्षा अधिकारी और बीईओ रात में ही शासकीय वाहनों की बजाय प्राइवेट वाहनों से गांव पहुंचे। उन्होंने देहाती पहनावा पहन रखा था। यहां उन्होंने रात गुजारी।
परीक्षा केंद्र के पास सूने मकान में दबिश दी
रातभर टीम ने इंतजार किया। सुबह 10वीं का सामाजिक विज्ञान का पेपर शुरू होने के बाद परीक्षा केंद्र के पास सूने मकान में दबिश दी। यहां 9 लोग पेपर हल करते मिले। कलेक्टर वर्मा ने बताया कि अत्यंत गोपनीय सूचना के आधार पर पूरी रूपरेखा तैयार की गई थी।