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मंदी की आहट : पाकिस्तान की तरह अंग्रेजों के राष्ट्र की हालत खस्ता, सब्जियां तक खरीदने पर लगा दी रोक

  • महंगाई की मार.. ब्रिटेन में 2 से ज्यादा आलू, टमाटर खरीदने पर रोक, क्या भारत पर पड़ेगा असर

नई दिल्ली। पहले श्रीलंका, फिर पाकिस्तान और अब इंग्लैंड में हालत खस्ता होने लगी है। पाकिस्तान तो कंगाली पर राह पर बहुत आगे तक निकल चुका है। श्रीलंका धीरे-धीरे उबर रहा है, लेकिन नई मुसीबत इंग्लैंड में सामने आई है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या इंग्लैंड की आर्थिक नीतियों के कारण यह स्थिति बनी है या फिर यूक्रेन-रूस युद्ध का असर दिखाई पड़ रहा है। ब्रिटेन में फल और सब्जियों की किल्लत गहरा गई है। सुपरमार्केट में लिमिट तय कर दी गई है कि 2 से ज्यादा आलू या टमाटर नहीं खरीद सकते हैं। यानी पैसे देने के बावजूद आप आलू, टमाटर जैसी रोजाना जरूरतों की चीजों को नहीं खरीद पाएंगे।
महंगाई चरम पर पहुंची
कभी अमेरिका के मजबूत साथी रहे ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है। महंगाई भी चरम पर है। इसी बीच अब खाने की चीजों की कमी होना चिंताजनक है। ब्रिटेन के 4 सबसे बड़े सुपरमार्केट मॉरिसन, अस्दा, एल्डि और टेस्को ने ताजा फल और सब्जियां लेने की लिमिट तय कर दी है। इनमें टमाटर, आलू, खीरा, शिमला मिर्च और ब्रोकली जैसी जल्दी खराब होने वाली फल और सब्जियां शामिल हैं। यानी किसी शख्स को अगर टमाटर खरीदना है तो वह 2 से 3 टमाटर ही खरीद सकता है।
पाकिस्तान जैसे हालात बने
पाकिस्तान में दूध, पेट्रोल के अलावा सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर हैं। आईएमएफ के सामने कर्ज का कटोरा लेकर खड़े पाकिस्तान की हालत चिंताजनक है। लेकिन ब्रिटेन में भी महंगाई के कारण भुखमरी के हालात खड़े हो गए हैं। आम लोगों की मुसीबतें तो बढ़ी ही हैं, लेकिन नौकरीपेशा वर्ग की हालत भी खस्ता है। वे अपनेखाने का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं। आम लोगों के साथ ही टीचर्स, स्वास्थ्यकर्मी और पेंशनधारियों को भी फूड बैंक पर निर्भर होना पड़ रहा है। पिछले साल अप्रैल से सितंबर के बीच 13 लाख आपातकालीन फूड पैकेट बांटे गए हैं।

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