- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा-इस वर्ष 1 लाख 24 हजार पदों पर सरकारी नौकरियों में भर्तियां की जायेंगी
उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन के महिदपुर में आयोजित ’विकास यात्रा’ एवं ’राज्य स्तरीय रोजगार दिवस’ समारोह में शामिल हुए। उन्होंने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित कर स्वीकृति पत्र सौंपकर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हम एक परिवार की तरह सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं। आपका सुख मेरा सुख है। आपका दुःख मेरा दुःख है। सीएम ने कहा कि दिन-रात भगवान महाकाल से एक ही प्रार्थना रहती है कि अपनी जनता की जिंदगी में आनंद और प्रसन्नता ला पाएं। शिवराज ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में तो हमारी बहनें हैंडपंप के लिए भी तरसती थीं। हमने फैसला किया है कि पाइप लाइन बिछाकर घर-घर में नल से जल पहुंचाएंगे। हमारी बहन-बेटियों को अब हैंडपंप तक भी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
500 थी तनख्वाह, हमने 40-50 हजार कर दिया
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए शिक्षकों को भी रिझाया है। उन्होंने याद किया कि कांग्रेस और दिग्विजय सिंह के जमाने शिक्षकों की वेतन 500 रूपए होता था। हमने इसे बढ़ाकर 40-50 हजार रूपए कर दिया है। गरीब के बच्चों को स्तरीय शिक्षा मिल सके इसके लिए हम सीएम राइज स्कूल खोल रहे हैं। इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, ओम प्रकाश सखलेचा, बहादुर सिंह चौहान व अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि तथा नागरिक उपस्थित रहे।
एक सामाजिक क्रांति लाने का प्रयास
शिवराज ने कहा कि प्रदेश की बहनों के सशक्तिकरण के लिए मैंने लाडली बहना योजना बनाई है। हमारी बहनों को प्रतिमाह 1 हजार रुपये यानी साल में 12 हजार रुपये मिलेंगे। मेरी बहनें सशक्त होंगी, तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश भी सशक्त होगा। लाड़ली बहना योजना का फार्म 5 मार्च को भरने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। गांवों व वॉर्डों में मार्च और अप्रैल में फार्म भरे जाएंगे। मई में आवेदनों की जांच का कार्य पूर्ण हो जायेगा। 10 जून को बहनों के खाते में पैसे पहुंच जायेंगे। बहनों की जिंदगी बदलने के लिए हम कार्य कर रहे हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना एक सामाजिक क्रांति लाने वाली योजना है।
कुर्सी पर बैठकर सत्ता का सुख नहीं भोगना है
सीएम ने कहा कि आज रोजगार दिवस है। इस वर्ष 1 लाख 24 हजार पदों पर सरकारी नौकरियों में भर्तियां की जायेंगी। 13 लाख 58 हजार से अधिक बेटे-बेटियों के खाते में 9,868 करोड़ रुपये स्वरोजगार के लिए पहुंचाये जा रहे हैं। कुर्सी पर बैठकर हमको सत्ता का सुख नहीं भोगना है। दिन-रात तपस्या करके जनता की, माताओं-बहनों की, किसानों की, गरीबों तथा युवाओं की जिंदगी बदलना है। शिवराज ने कहा कि हमने तय किया है कि मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए नीट की परीक्षा में शासकीय स्कूलों के बच्चों के लिए अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी ताकि उन्हें भी समान अवसर मिल सके। बेहतर शिक्षा के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं।