भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को विदिशा जिले के ओलावृष्टि एवं अतिवर्षा से प्रभावित विभिन्न ग्रामों का दौरा किया। उन्होंने फसलों का जायजा लिया और संकटग्रस्त किसानों को सहायता का आश्वासन दिया। इस दौरान कई किसानों का दर्द छलका तो मुख्यमंत्री ने उन्हें गले लगाकर दिलासा दी और कहा कि उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ हर समय खड़ी है। अब शिवराज ने मुआवजे का ऐलान भी कर दिया है। सरकार मवेशियों को क्षति पहुंचने पर भी राहत राशि देगी।
किसानों से कर्ज वसूली स्थगित, ब्याज भी सरकार भरवाएगी
शिवराज ने कहा कि मैंने पहले ही फसल सर्वे के आदेश दे दिए हैं। हर किसान के खेत का ईमानदारी से सर्वे होगा। गेहूं, चना, मसूर, सरसों और हार्टिकल्चर सहित सभी फसलों का सर्वे होगा। किसानों को राहत देने के लिए उदारतापूर्वक सर्वे होगा, कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि मेरे किसान भाइयों-बहनों, इसके अलावा फसल बीमा की राशि अलग से दी जाएगी। प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली स्थगित कर दी जायेगी। कर्ज का ब्याज भी सरकार ही भरवाएगी। पशुओं के नुकसान के लिए भी राहत राशि हम देंगे। उन्होंने कहा कि किसान खेत में सिर्फ पानी नहीं अपने खून-पसीने की बूंदे भी टपकते हैं तब जाकर घर में अन्न के दाने आते हैं। लेकिन फसल आने से पहले यदि प्राकृतिक आपदा आ जाए तो किसान बुरी तरह टूट जाता है।
यह है राहत राशि
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तय किया है कि 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने पर प्रति हेक्टेयर ₹32 हजार की राहत राशि देंगे। सिर्फ फसल ही नहीं अन्य नुकसान की भी पूर्ति की जाएगी। गाय-भैंस की मृत्यु होने पर ₹37 हजार, भेड़-बकरी की हानि होने पर ₹4 हजार देंगे। बछड़ा-बछिया पर ₹20 हजार और मुर्गा-मुर्गी की हानि होने पर प्रति मुर्गा-मुर्गी ₹100 दिए जाएंगे। मकानों के नुकसान की भी भरपाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना की कार्रवाई भी तत्काल प्रारंभ कर दी गई है। राहत राशि और फसल बीमा योजना दोनों को मिलाकर किसानों के नुकसान की भरपाई की जाएगी। जिन किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान होगा उनकी कर्ज वसूली स्थगित कर दी जाएगी और ब्याज सरकार भरवाएगी।